"नवग्रह आरती" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
छो (Text replace - "{{आरती_स्तुति_स्त्रोत}}" to "{{आरती स्तुति स्तोत्र}}")
पंक्ति 24: पंक्ति 24:
 
<references/>
 
<references/>
 
==संबंधित लेख==
 
==संबंधित लेख==
{{आरती_स्तुति_स्त्रोत}}
+
{{आरती स्तुति स्तोत्र}}
 
[[Category:आरती स्तुति स्तोत्र]]
 
[[Category:आरती स्तुति स्तोत्र]]
 
[[Category:हिन्दू धर्म]] [[Category:हिन्दू धर्म कोश]]  
 
[[Category:हिन्दू धर्म]] [[Category:हिन्दू धर्म कोश]]  
 
__INDEX__
 
__INDEX__

12:58, 12 जुलाई 2011 का अवतरण

आरती श्री नवग्रहों की कीजै । बाध, कष्ट, रोग, हर लीजै ।।
सूर्य तेज़ व्यापे जीवन भर । जाकी कृपा कबहुत नहिं छीजै ।।
रुप चंद्र शीतलता लायें । शांति स्नेह सरस रसु भीजै ।।
मंगल हरे अमंगल सारा । सौम्य सुधा रस अमृत पीजै ।।
बुद्ध सदा वैभव यश लीये । सुख सम्पति लक्ष्मी पसीजै ।।
विद्या बुद्धि ज्ञान गुरु से ले लो । प्रगति सदा मानव पै रीझे।।
शुक्र तर्क विज्ञान बढावै । देश धर्म सेवा यश लीजे ।।
न्यायधीश शनि अति ज्यारे । जप तप श्रद्धा शनि को दीजै ।।
राहु मन का भरम हरावे । साथ न कबहु कुकर्म न दीजै ।।
स्वास्थ्य उत्तम केतु राखै । पराधीनता मनहित खीजै ।।

इन्हें भी देखें: आरती संग्रह


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख