टेनिस
टेनिस (मूल नाम- 'लॉन टेनिस', अंग्रेज़ी: Tennis or Lawn Tennis) आयताकार कोर्ट पर खेला जाने वाला खेल है, जिसमें दो (एकल) या चार (युगल) खिलाड़ी जाली वाले रैकेटों से एक गेंद को मैदान के बीच में लगे जाल या नेट के ऊपर से आर-पार फेंकते हैं। इसमें उद्देश्य गेंद को इस तरह मारना होता है कि प्रतिद्वंदी गेंद तक न पहुँच पाये या वह उसे सही ढंग से ना लौटा पाये। यदि मारी गयी गेंद का विरोधी खिलाड़ी जवाब नहीं दे पाता है तो मारने वाले खिलाड़ी को पॉइंट मिलता है। यह खेल पुरुषों और महिलाओं दोनों में खेला जाता है।
परिचय
टेनिस कोर्ट का माप एकल खेलों के लिए 23.77 X 8.23 मीटर और युगल के लिए 23.77 X 10.97 मीटर होता है। मध्य में नेट की ऊँचाई तीन फ़ीट होती है और यह दोनों तरफ़ कोर्ट से तीन फ़ीट बाहर गड़े साढ़े तीन फ़ीट ऊँचे खंभों पर बधाँ रहता है। टेनिस को मूलत: घास के कोर्ट के कारण 'लॉन टेनिस' कहा जाता था, जो अभी भी प्रचलन में है, लेकिन सबसे आम कोर्ट सामग्रियाँ मिट्टी [1], सीमेंट और कई गद्देदार डामरीकृत संजात और कृत्रिम सतहें हैं। टेनिस की गेंद दाबानुकूलित रबर क्रोड की बनी होती है, जिस पर उच्च गुणवत्ता वाला कपड़ा चढ़ा रहता है और इसका व्यास लगभग 68 मिमी और वज़न 56.7 ग्राम होता है।
इतिहास
रैकेट और गेंद के खेल [2] 12वीं-13वीं सदी के एक फ़्रांसीसी खेल ज्यू द पॉम [3] से निकले हैं। 1873 में मेजर वॉल्टर विंगफ़ील्ड ने स्फ़ेरिस्टिक नामक खेल की खोज की, जिससे आधुनिक आउटडोर टेनिस विकसित हुआ। यह खेल ग्रेट ब्रिटेन में जल्दी ही लोकप्रिय हो गया और पूरे ब्रिटिश साम्राज्य में फैल गया।
विंबल्डन ऑल इंग्लैड क्रॉके क्लब ने बाद में लॉन टेनिस संज्ञा पद जोड़ा और इसने 1877 में पहली विश्व टेनिस चैंपियनशिप को प्रायोजित किया। अमेरिका में व्यावसायिक टेनिस 1927 में यूएस प्रोफ़ेशनल लॉन टेनिस एसोसिएशन की स्थापना के साथ शुरू हुआ। 1968 में टेनिस के प्रशासी निकाय, अंतर्राष्ट्रीय टेनिस महासंघ [4] ने टेनिस की खुली प्रतियोगिता को स्वीकृति दी, जिसने एक ही प्रतियोगिता में शौक़िया खिलाड़ियों को पेशेवर खिलाड़ियों के विरुद्ध की अनुमति दे दी। वर्तमान में अंतर्राष्ट्रीय टीम प्रतियोगिताओं में पुरुषों के लिए डेविस कप [5] और महिलाओं के लिए फेडरेशन कप [6] आते हैं। ब्रिटेन और अमेरिका की महिला टीमों के बीच खेली जाने वाली विटमैन कप [7] प्रतियोगिता ग्रैंड स्लैम बनाती हैं और यह ग्रैंड स्लैम ग्रेट ब्रिटेन (विंबल्डन), अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और फ्रांस की राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं से मिलकर बनता है। 1896 से 1924 तक टेनिस एक ओलिंपिक खेल था, 1988 में यह इन खेलों में फिर शामिल हो गया।
खिलाड़ी और खेल उपकरण
ये खेल सिंगल्स और डबल दोनों तरह से खेला जाता है। सिंगल में नेट के दोनों तरफ एक-एक खिलाड़ी होते हैं और डबल्स में नेट के दोनों तरफ खिलाड़ियों की संख्या दो होती है। इस खेल से सम्बंधित कुछ महत्त्वपूर्ण जानकारी इस प्रकार है[8]-
- इसमें इस्तेमाल होने वाले रैकेट में सिंथेटिक धागे लगे होते हैं, जहाँ से गेंद को हिट किया जाता है, जो एक स्थायी स्थिति में होता है। रैकेट के जिस जगह से गेंद को हिट किया जाता है, वह भाग प्रायः अंडाकार होता है।
- इस्तेमाल होने वाले गेंद प्रायः रबर के बने होते है। जिन पर एक विशेष तरह का कपड़ा सिलाई करके लगाया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय टेनिस फेडरेशन के अनुसार गेंद का व्यास 65.41 मिली मीटर से 68.58 मिलीमीटर तक और इसका वजन 56 से 59.4 ग्राम के बीच होना चाहिए।
- टेनिस कोर्ट 78 फीट लम्बा और 27 फीट चौड़ा होता है। इसमें सेंटर मार्क, बेस लाइन सर्विस लाइन, सेंटर सर्विस लाइन, सिंगल साइड लाइन आदि सफ़ेद रंग से खींची हुई होती है।
- बेस लाइन और सर्विस लाइन कोर्ट की चौडाई को निरुपित करते हैं। डबल साइड लाइन इसकी लम्बाई निरुपित करती है। इसके अवाला सेंटर सर्विस लाइन नेट की किसी भी साइड को दो भागों में बाँटता है, बंटी हुई जगह चतुर्भुजाकार होती है जिसे सर्विस कोर्ट कहते हैं।
स्कोरिंग
इस खेल में पॉइंट्स दो तरह के होते हैं, जिन्हें सेट पॉइंट और मैच पॉइंट कहा जाता है। पहला मैच पॉइंट 15 सेट पॉइंट तक, दुसरा मैच पॉइंट 30 सेट पॉइंट तक, तीसरा मैच पॉइंट 40 सेट पॉइंट्स तक होता है। यानि यदि किसी खिलाड़ी का स्कोर 40 सेट पॉइंट है, तो वह तीसरे मैच पॉइंट में है। खेल जीतने के लिए खिलाड़ी को अपने विरोधी खिलाड़ी से एक निश्चित पॉइंट्स के सेट जीतने होते हैं। मसलन यदि विरोधी खिलाड़ी 5 मैच पॉइंट जीत चूका है, तो सामने वाले खिलाड़ी को अपना स्कोर 7-5 का करना होगा। यदि ये स्कोर सेट 6-6 का हो गया तो सातवाँ स्कोर बनाने वाला खिलाड़ी जीत जाएगा।
महत्वपूर्ण नियम
- टेनिस के शुरू होने से पहले दोनों तरफ के खिलाड़ियों के बीच टॉस होता है। इस टॉस से ये तय होता है कि कौन सा खिलाड़ी सर्विस करेगा और कोर्ट के किस तरफ से करेगा। सर्वर प्रत्येक पॉइंट्स को बेस लाइन के वैकल्पिक तरफ से सर्व करता है।[8]
- यदि सर्वर पहली सर्विस देने में असफल हो जाता है तो उसे सर्व करने का दूसरा मौक़ा मिलता है। दूसरी बार ऐसा होने से सर्व करने वाले खिलाड़ी को दो फौल्ट्स का सामना करना होता है और उससे पॉइंट जाते है। सर्वे कर लने पर गेंद यदि सर्विस कोर्ट में रह जाए तो बिना किसी पेलान्टी (दंड) के सर्व करने का एक और मौक़ा मिलता है।
- रिसीवर अपनी कोर्ट में गेंद रिसीव करने के लिए कहीं भी खड़ा हो सकता है। यदि गेंद को सर्व बौंसिंग के बगैर मारा जाता है, तो सर्वर को पॉइंट मिलता है। सर्विस करने के बाद दोनों प्रतिनिधि खिलाड़ियों के मध्य अनगिनत शॉट्स हो सकते है। इस बीच जो खिलाड़ी अपने विरोधी दल के स्कोरिंग भाग में गेंद पहुँचाने में असफल होता है, तो उसके विरोधी खिलाड़ी को उसके पॉइंट्स मिलते हैं।
- मैच पोंट्स सेट पॉइंट्स के एक निश्चित आंकड़े को पार करने के बाद मिलता हैं। 15 स्कोर पर 1 पॉइंट, 30 स्कोर पर 2 और 40 पर 3 पॉइंट्स होते हैं। एक मैच जीतने के लिए 4 पॉइंट्स चाहिए होते है।
- यदि किसी गेम में दोनों तरफ के खिलाड़ी का स्कोर 40-40 हो जाता है, तो इस परिस्तिथि को ‘डयूस’ कहा जाता है। डयूस होने पर जीतने के लिए किसी खिलाड़ी को लगातार 2 पॉइंट बनाने होते हैं। डयूस के बाद यदि कोई खिलाड़ी लगातार दो पॉइंट्स नहीं जीत पाता और दोनों एक-एक पॉइंट पर होते है, तो वह फिर से डयूस की स्तिथि में चले जाते है।
- किसी सेट को जीतने के लिए खिलाड़ी को 6 खेलें 2 या 2 से अधिक की बढ़त के साथ जीतनी होती हैं। किसी तरह यदि ओपनिंग सेट की परिस्तिथि 6-6 की हो जाती है, तो इसे टाई बराक कहा जाता है और खिलाडियों को सातवे खेल के लिए खेलना होता है। इसके बाद खिलाड़ियों को बिना किसी टाई ब्रेक के खेलना होता है।
- यदि खेल के दौरान कोई खिलाड़ी नेट को हाथ लगाता है या अपने विरोधी खिलाड़ी को परेशान करता है, उसका ध्यान खेल से हटाना चाहता है तो ऐसा करने से खिलाड़ी ख़ुद ब ख़ुद पॉइंट हारता है। लाइन के अन्दर किसी भी जगह पर गेंद गिरने पर उसे बॉल इन और लाइन के बाहर गिरने पर उसे बॉल आउट कहा जाता है।
- गेंद को कोर्ट के सही भाग में न वापिस करने पर खिलाड़ी पॉइंट्स हारता है। इसके अलावा गेंद नेट पर हिट करने से, विरोधी खिलाड़ी के कोर्ट में न पंहुचा पाने की स्तिथि में या अपने कोर्ट में गेंद के दो बार टप्पा खाने से पहले नहीं मारने पर खिलाड़ी पॉइंट्स हारता है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ क्ले, ज्यादातर जगहों पर हार्ड कोर्ट कहलाते हैं, यद्यपि अमेरिका में इस शब्द से आशय किसी भी सख़्त सतह से है
- ↑ जिनमें ग्रेट ब्रिटेन का रियल टेनिस, ऑस्ट्रेलिया का रॉयल टेनिस और संयुक्त राज्य का कोर्ट टेनिस शामिल हैं, सभी एक ही खेल हैं और चारदीवारी के भीतर खेले जाते हैं
- ↑ हथेलियों का खेल
- ↑ 1913 में स्थापित
- ↑ 1900 में शुरु
- ↑ 1963 में शुरु
- ↑ 1923
- ↑ 8.0 8.1 लॉन टेनिस और उसके नियम (हिंदी) deepawali.co.in। अभिगमन तिथि: 18 जनवरी, 2020।
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