वीर चक्र

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वीर चक्र
वीर चक्र
विवरण यह सम्मान सैनिकों और असैनिकों को युद्ध के समय वीरता अथवा बलिदान के लिए दिया जाता है।
पहली बार 1947
आख़िरी बार 2019
संबंधित लेख परमवीर चक्र, महावीर चक्र, शौर्य चक्र, कीर्ति चक्र
अन्य जानकारी यह सम्मान मरणोपरान्त भी दिया जा सकता है।
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वीर चक्र (अंग्रेज़ी: Vir Chakra) भारत का युद्ध के समय वीरता पदक है। यह सम्मान सैनिकों और असैनिकों को असाधारण वीरता या प्रकट शूरता या बलिदान के लिए दिया जाता है। यह मरणोपरान्त भी दिया जा सकता है। वरियता में यह महावीर चक्र के बाद आता है।

पात्रता शर्तें

यह सम्मान जमीन पर, समुद्र में या हवा में दुश्मन की उपस्थिति में बहादुरी का प्रदर्शन करने वाले वीर योद्धाओं को दिया जाता है। यह सम्मान मरणोपरांत भी दिया जा सकता है। अगर इस चक्र को प्राप्त करने वाला कोई भी योद्धा इस प्रकार के वीरतापूर्ण कार्य का दोबारा प्रदर्शन करे, जिसे देखते हुए उसे पुनः इस सम्मान के योग्य समझा जाए तो उनकी वीरता के सम्मान स्वरूप चक्र के रिबन में एक पट्टी संलग्न की जाएगी, साथ ही बहादुरी के ऐसे प्रत्येक अतिरिक्त कृत्य के लिए उनके चक्र के साथ एक अतिरिक्त पट्टी जोड़ दी जाएगी। इस प्रकार के एक या अधिक पट्टी के साथ उस वीर को मरणोपरांत भी सम्मानित किया जा सकता है। इस प्रकार की प्रत्येक पट्टी 'चक्र' की लघु प्रतिकृति के तौर पर सम्मान स्वरूप दी जाती है, जिसे रिबन में जोड़ा जाएगा।[1]

श्रेणियाँ

सेना, नौसेना, वायुसेना के साथ-साथ रिज़र्व बल, प्रादेशिक सेना, रक्षक योद्धा अथवा विधि दवारा स्थापित किसी भी सशस्त्र बल के सभी रैंकों के पुरुष या महिला सैनिक व अधिकारी। उपर्युक्त सैन्य बलों के आदेश, निर्देश या पर्यवेक्षण के अधीन नियमित रूप से अथवा अस्थायी तौर पर काम करने वाले पुरुष या महिला नागरिक तथा अस्पतालों एवं नर्सिंग से संबंधित मैट्रन, सिस्टर, नर्स और नर्सिंग व अन्य सेवाओं से जुड़े कर्मचारी।

भत्ता

3,500 रुपये प्रतिमाह तथा सम्मान स्वरूप दिए गए प्रत्येक पट्टी प्राप्तकर्ताओं के लिए 3,500 रुपये प्रतिमाह।

पदक और फीता

मानक रजत से निर्मित यह पदक गोलाकार होता है, जिसका व्यास 3/8 इंच होता है। इसके अग्रभाग पर पाँच बिंदुओं वाला राजकीय सितारा अंकित होता है और सितारे का प्रत्येक बिंदु पदक के बाहरी किनारे का स्पर्श करता है। इसके बीचों-बीच राजकीय चिह्न (आदर्श वाक्य सहित) उत्कीर्ण है जो गुंबदाकार होता है। सितारे और केंद्रीय भाग पर सोने की पॉलिश की जाती है। इसके पृष्ठभाग पर हिंदी एवं अंग्रेज़ी भाषाओं में वीर चक्र लिखा होता है, जिसके बीच में दो कमल के फूल बने होते हैं। इसके ऊपरी हिस्से पर छल्ला बना होता है।

रिबन सुनहरे रंग का होता है जो लाल रंग की दो खड़ी रेखाओं द्वारा तीन बराबर भागों में विभाजित होता है। रिबन का आधा हिस्सा नीला और आधा हिस्सा नारंगी रंग का होता है।

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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. पदक एवं सम्‍मान (हिंदी) indiannavy.nic.in। अभिगमन तिथि: 27 मई, 2020।

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