राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार

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राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार
राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार का प्रतीक चिह्न
विवरण राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार फ़िल्मों के क्षेत्र में दिये जाने वाला भारत का सबसे बड़ा फ़िल्मी पुरस्कार है जो सन 1954 से दिया जा रहा है। यह पुरस्कार फ़ीचर तथा गैर फ़ीचर दोनों तरह की फ़िल्मों के लिए प्रदान किया जाता है।
उद्देश्य राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कारों का उद्देश्य सुरुचिपूर्ण और तकनीकी तौर पर उत्कृष्ट तथा सामाजिक तौर पर प्रासंगिक फ़िल्मों के निर्माण को बढ़ावा देकर सिनेमा के माध्यम से देश के विभिन्न क्षेत्रों की संस्कृतियों के प्रति समझ और सम्मान के प्रति योगदान करना और इस प्रकार राष्ट्र की एकता और अखंडता को बढ़ावा देना है।
स्थान विज्ञान भवन, नई दिल्ली
प्रस्तुत फिल्म समारोह निदेशालय, भारत
पहली बार 10 अक्टूबर 1954
अंतिम बार 13 अप्रैल, 2018
संबंधित लेख दादा साहब फाल्के पुरस्कार, भारतीय फ़िल्म हस्ती का शताब्दी पुरस्कार
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राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार (अंग्रेज़ी: National Film Award) फ़िल्मों के क्षेत्र में दिये जाने वाला भारत का सबसे बड़ा फ़िल्मी पुरस्कार है जो सन 1954 से दिया जा रहा है। यह पुरस्कार फ़ीचर तथा गैर फ़ीचर दोनों तरह की फ़िल्मों के लिए प्रदान किया जाता है।

उद्देश्य

राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कारों का उद्देश्य सुरुचिपूर्ण और तकनीकी तौर पर उत्कृष्ट तथा सामाजिक तौर पर प्रासंगिक फ़िल्मों के निर्माण को बढ़ावा देकर सिनेमा के माध्यम से देश के विभिन्न क्षेत्रों की संस्कृतियों के प्रति समझ और सम्मान के प्रति योगदान करना और इस प्रकार राष्ट्र की एकता और अखंडता को बढ़ावा देना है।

पुरस्कार श्रेणी

विशेष पुरस्कार

फ़ीचर फ़िल्म खंड

इस खंड में 31 श्रेणियों में पुरस्कार दिए जाते हैं जिनमें निम्नलिखित प्रमुख हैं-

  • श्रेष्ठ फीचर फ़िल्म
  • निर्देशक की श्रेष्ठ प्रथम फ़िल्म
  • मनोरंजन से भरपूर सबसे लोकप्रिय फ़िल्म
  • श्रेष्ठ निर्देशन
  • श्रेष्ठ अभिनेता
  • श्रेष्ठ अभिनेत्री
  • श्रेष्ठ सम्पादन
  • श्रेष्ठ संगीत
  • श्रेष्ठ कोरियोग्राफी

गैर-फीचर फ़िल्म खंड

इस खंड में 22 श्रेणियों में पुरस्कार दिए जाते हैं जिनमें निम्नलिखित प्रमुख हैं-

  • श्रेष्ठ गैर-फीचर फ़िल्म
  • श्रेष्ठ जीवन चरित्र
  • विशेष ज्यूरी पुरस्कार
  • श्रेष्ठ ध्वनि चित्रण
  • सिनेमा पर श्रेष्ठ लेखन
  • श्रेष्ठ फ़िल्म समालोचन

समाचार

13 अप्रैल, 2018 शुक्रवार

65वें राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कारों की घोषणा; श्रीदेवी सर्वश्रेष्‍ठ अभिनेत्री, विनोद खन्ना को दादा साहब फालके पुरस्कार

65वें फ़िल्म पुरस्कारों की घोषणा कर दी गयी है। श्रीदेवी को सर्वश्रेष्‍ठ अभिनेत्री का अवॉर्ड जबकि इस साल का दादा साहब फालके पुरस्कार दिवंगत अभिनेता विनोद खन्ना को दिया गया है। राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार कमेटी के चेयरमैन जाने-माने फ़िल्मकार शेखर कपूर ने इसका ऐलान किया। सर्वश्रेष्ठ हिंदी फ़िल्म की घोषणा करते हुए शेखर ने बताया कि राजकुमार राव की फ़िल्म 'न्यूटन' को यह पुरस्कार दिया गया। वहीं 'न्यूटन' फ़िल्म के लिए अभिनेता पंकज त्रिपाठी को विशेष पुरस्कार दिया गया है। शेखर कपूर की अध्यक्षता वाली दस सदस्यीय जूरी में गीतकार महबूब, राजेश मापुस्कर, त्रिपुरारी शर्मा, अभिनेत्री गौतमी ताडीमाला, निर्देशक पी शेषाद्रि, अनिरुद्ध रॉय चौधरी, रंजीत दास, पटकथा लेखक इम्तियाज हुसैन और रूमी जाफी शामिल थे। अक्षय कुमार की फ़िल्म टॉयलेट एक प्रेम कथा के गाने ‘गोरी तू लट्ठ मार’ के लिए गणेश आचार्य को सर्वश्रेष्ठ कोरियोग्राफर चुना गया है। राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार 3 मई, 2018 राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों को दिल्ली में दिए जाएंगे।

सम्मानित होने वाले लोगों की सूची
  • सर्वश्रेष्ठ अभिनेता - ऋद्धि सेन (नगर कीर्तन)
  • सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री - श्रीदेवी (मॉम)
  • सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म - विलेज रॉकस्टार्स (असमिया भाषा)
  • दादा साहेब फाल्के - विनोद खन्ना
  • इंटरटेनर फ़िल्म ऑफ द ईयर - बाहुबली (द कन्क्लूजन)
  • सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री - दिव्या दत्ता (इरादा)
  • सर्वश्रेष्ठ डायरेक्टर - जयराज
  • सर्वश्रेष्ठ हिंदी फ़िल्म - न्यूटन
  • सर्वश्रेष्ठ तेलगु फ़िल्म - गाजी
  • सर्वश्रेष्ठ तमिल फ़िल्म - टू लेट
  • सर्वश्रेष्ठ बंगाली फ़िल्म - मयूरक्षी
  • सर्वश्रेष्ठ कन्नड़ फ़िल्म - हेब्बत रामाक्का
  • सर्वश्रेष्ठ मलयालम फ़िल्म - थोंडीमुथलम दृक्शियम
  • सर्वश्रेष्ठ उड़िया फ़िल्म - हेलो आर्सी
  • सर्वश्रेष्ठ मराठी फ़िल्म - कच्चा लिंबू
  • सर्वश्रेष्ठ गुजराती फ़िल्म - दह..
  • सर्वश्रेष्ठ असम फ़िल्म - इशू
  • सर्वश्रेष्ठ एक्शन डायरेक्शन अवार्ड - अब्बास अली मोगुल (बाहुबली- द कन्क्लूजन)
  • सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशक - ए. आर. रहमान ('कात्रु वेलियिदाई' के लिए)
  • सर्वश्रेष्ठ गीतकार - जे एम प्रहलाद
  • सर्वश्रेष्ठ कोरियोग्राफर - गणेश आचार्य ('गोरी तू लठ्ठ मार...' गाने के लिए; फ़िल्म- टॉयलेट एक प्रेम कथा)

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64वें राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कारों की घोषणा; अक्षय कुमार सर्वश्रेष्ठ अभिनेता, कासव सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म

64वें राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कारों का एलान हो गया है। फ़िल्म 'नीरजा' को सर्वश्रेष्ठ हिंदी फ़िल्म का पुरस्कार मिला है। मराठी फ़िल्म 'कासव' को सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म का अवार्ड मिला है। बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार को फ़िल्म ‘रुस्तम’ में उनकी बेहतरीन अदाकारी के लिए राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता चुना गया है। अक्षय का यह पहला राष्ट्रीय पुरस्कार है। वर्ष 1959 के नानावटी मामले से प्रेरित इस फ़िल्म में अक्षय ने एक देशभक्त नौसैनिक का किरदार निभाया था। राजेश मापुस्कर को उनकी मराठी फ़िल्म ‘वेंटिलेटर’ के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक चुना गया। सुरभि सी एम को मलयालम फ़िल्म ‘मिन्नामिनुन्गू - द फायरफ्लाय’ में निभाए उनके किरदार के लिए इस साल राष्ट्रीय पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री चुना गया है। अभिनेत्री सोनम कपूर अभिनीत ‘नीरजा’ ने हिंदी फ़िल्मों की श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ स्थान हासिल किया है। फ़िल्म एयरहोस्टेस नीरजा भनोट के जीवन पर आधारित थी जो कि विमान अपहरण मामले में यात्रियों की जान बचाते हुए आतंकवादियों द्वारा मार दी गई थी। राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कारों में समीक्षकों द्वारा सराही गई सोनम कपूर की बेहतरीन अदाकारी का विशेष उल्लेख भी किया गया है। तेलुगू फ़िल्म ‘साथमनाम भक्ति’ को लोकप्रिय फ़िल्म चुना गया है। जायरा वसीम को 'दंगल' फ़िल्म में उनकी भूमिका के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का पुरस्कार मिला है। फ़िल्म 'पिंक' को सामाजिक मुद्दों पर आधारित सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म चुना गया है। नागेश कुकनूर की 'धनक' को बच्चों के लिए सबसे अच्छी फ़िल्म चुना गया है। फ़िल्म 'शिवाय' को बेस्ट स्पेशल इफेक्ट अवॉर्ड मिला है। उत्तर प्रदेश को सबसे फ़िल्म फ्रेंडली राज्य का सम्मान दिया गया है। राष्ट्रीय एकीकरण पर आधारित सर्वश्रेष्ठ फीचर फ़िल्म पुरस्कार के नरगिस दत्त पुरस्कार के लिए असमिया फ़िल्म 'ढिक्चो बनत पलाष' को चुना गया है। फीचर फ़िल्म वर्ग के लिए गठित निर्णायक मंडल के अध्यक्ष फ़िल्म निर्माता-निर्देशक प्रियदर्शन, जबकि गैर-फीचर वर्ग की फ़िल्मों की जूरी के अध्यक्ष जाने-माने सिनमेटोग्राफर व लेखक राजू मिश्रा थे। फीचर फ़िल्म वर्ग के पुरस्कारों की घोषणा के लिए निर्णायक मंडल ने 26 भाषाओं में लगभग 344 फ़िल्मों पर विचार किया था।

सम्मानित होने वाले लोगों की सूची
  • सर्वश्रेष्ठ अभिनेता : अक्षय कुमार (रुस्तम)
  • सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री: सुरभि सी एम (मिन्नामिनुन्गू - द फायरफ्लाय)
  • सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता: मनोज जोशी (दशक्रिय)
  • सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री: जायरा वसीम (दंगल)
  • सर्वश्रेष्ठ निर्देशक : राजेश मापुस्कर (वेंटीलेटर)
  • सर्वश्रेष्ठ फीचर फ़िल्म : कासव (मराठी)
  • सर्वश्रेष्ठ हिंदी फ़िल्म : नीरजा
  • सर्वश्रेष्ठ बाल फ़िल्म : धनक (हिन्दी)
  • सर्वश्रेष्ठ एनीमेटेड फ़िल्म : महायोद्धा राम (हिन्दी)
  • सामाजिक मुद्दों पर आधारित सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म : पिंक (हिन्दी)
  • सर्वश्रेष्ठ स्पेशल इफेक्ट : 'शिवाय' (हिन्दी)

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63वें राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्‍कारों की घोषणा; मनोज कुमार, अमिताभ बच्चन और कंगना रानौत हुए सम्मानित

3 मई, 2016, मंगलवार
मनोज कुमार को दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित करते हुए महामहिम राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 3 मई, 2016 मंगलवार को 63वें राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार समारोह में पुरस्कार वितरित किए। इस बार के समारोह में हिन्दी फ़िल्मों और सितारों का जलवा रहा। अमिताभ बच्चन को पीकू के लिए जबकि कंगना रानौत को तनु वेडस मनु रिटर्न्स के लिए क्रमश: सर्वश्रेष्ठ अभिनेता एवं सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार दिया गया। वयोवृद्ध अभिनेता मनोज कुमार को दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
मनोज कुमार, दादा साहब फाल्के पुरस्कार हासिल करने वाले 47वें कलाकार हैं। यह सम्मान भारतीय सिनेमा क्षेत्र का सबसे बड़ा पुरस्कार है। उन्हें पुरस्कार के तौर पर एक स्वर्ण कमल, दस लाख रुपए नकद और एक शॉल भेंट की गई। उन्हें पूरब और पश्चिम, उपकार और क्रांति जैसी देशभक्ति फ़िल्मों के लिए जाना जाता है। मनोज कुमार ने इस मौके पर राष्ट्रपति को साईं बाबा की क्रिस्टल की प्रतिमा भेंट की।
अमिताभ बच्चन विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में अपने बेटे अभिषेक बच्चन, बहू ऐश्वर्या राय बच्चन, पत्नी जया बच्चन और बेटी श्वेता नंदा के साथ पहुंचे थे। उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के पुरस्कार के तौर पर रजत कमल और 50,000 रुपये दिए गए। अमिताभ बच्चन का यह चौथा राष्ट्रीय पुरस्कार है। उन्होंने 1990 में अग्निपथ, 2005 में ब्लैक और 2009 में 'पा' के लिए यह पुरस्कार जीता था।
कंगना रानौत का यह तीसरा राष्ट्रीय पुरस्कार है। इससे पहले वह फैशन के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री और साल 2015 में 'क्वीन' के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुकी हैं। उन्हें रजत कमल और 50,000 रुपये की नकद राशि दी गई। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भारतीय स्वरूप को दर्शाने वाली फ़िल्म बनाने के लिए फ़िल्मकारों की प्रशंसा की। राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार समारोह के अवसर पर उन्होंने कहा कि हम बहिष्कार में विश्वास नहीं करते। हम हमेशा समावेश में विश्वास करते हैं। उन्होंने एकता में अनेकता के भारतीय स्वरूप को दिखाने के लिए भारतीय सिनेमा से पूर्व से लेकर वर्तमान में जुड़े सभी लोगों का आभार प्रकट किया।

सम्मानित होने वाले विजेताओं की सूची
  • सर्वश्रेष्ठ अभिनेता : अमिताभ बच्चन (पीकू)
  • सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री: कंगना रनौत (तनु वेड्स मनु रिटर्न्स)
  • सर्वश्रेष्ठ निर्देशक : संजय लीला भंसाली (बाजीराव मस्तानी)
  • सर्वश्रेष्ठ हिंदी फ़िल्म : दम लगा के हईशा
  • सर्वश्रेष्ठ फीचर फ़िल्म : बाहुबली (निर्देशक- एसएस राजामौली)
  • सर्वश्रेष्ठ डेब्यू फ़िल्म निर्देशक : नीरज घायवन (मसान)
  • सर्वश्रेष्ठ कोरियॉग्राफ़र : रेमो डिसूजा (बाजीराव मस्तानी)
  • सर्वश्रेष्ठ सिनेमेटोग्राफी : सुदीप चटर्जी (बाजीराव मस्तानी)
  • सर्वश्रेष्ठ स्क्रीनप्ले : जूही चतुर्वेदी (पीकू), हिमांशु शर्मा (तनु वेड्स मनु रिटर्न्स)

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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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