कोटा रियासत के सिक्के

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रविन्द्र प्रसाद (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 18:25, 9 मई 2021 का अवतरण ('राजस्थान की रियासतों द्वारा अपने-अपने स...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें

राजस्थान की रियासतों द्वारा अपने-अपने सिक्के प्रचलित किए गए थे, जिनकी अपनी कुछ विशेषताएं रही हैं। इन सिक्कों के माध्यम से राजस्थान की प्राचीन रियासतों की स्थितियों की जानकारी प्राप्त होती है।

कोटा रियासत के सिक्के

  • कोटा क्षेत्र में प्रारंभ में गुप्तों व हूणों के सिक्के प्रचलित थे।
  • मध्य काल में मांडू तथा सल्तनत के सिक्के प्रचलन में रहे।
  • अकबर के राज्य विस्तार के उपरांत यहां मुग़ली सिक्कों का प्रचलन हो गया था।
  • कोटा राज्य में 'होली' और 'मदनशाही' सिक्कों का प्रचलन था। यहाँ की टकसालें कोटा, गागरोन और झालरापाटन में स्थित थी। यहाँ के तांबे के सिक्के चौकोर आकार के होते थे।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख