"प्रयोग:कविता बघेल 1" के अवतरणों में अंतर
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कविता बघेल (चर्चा | योगदान) |
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-अहनानुरु एवं पुरनानुरु | -अहनानुरु एवं पुरनानुरु | ||
-पडित्तपतु एवं मुरैक्कांचि | -पडित्तपतु एवं मुरैक्कांचि | ||
− | + | + | +शिलप्पदिकारम एवं [[मणिमेखलै]] |
{[[पृथ्वीराज तृतीय]] ने निम्नलिखित में से किस [[बुंदेलखंड]] के शासक को पराजित किया था? (यू.जी.सी. इतिहास,पृ.सं-248 प्रश्न-1181 | {[[पृथ्वीराज तृतीय]] ने निम्नलिखित में से किस [[बुंदेलखंड]] के शासक को पराजित किया था? (यू.जी.सी. इतिहास,पृ.सं-248 प्रश्न-1181 | ||
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-कोट्टम,नाडु,मंडल,मेलाग्राम | -कोट्टम,नाडु,मंडल,मेलाग्राम | ||
− | {निम्नलिखित में कौन एक पुर्तगाली सिक्का था, जिसका विजयनगर राज्य के पश्चिमी तटीय क्षेत्रों में प्रचलन था? (यू.जी.सी. इतिहास,पृ.सं-383 प्रश्न-257 | + | {निम्नलिखित में कौन एक पुर्तगाली सिक्का था, जिसका [[विजयनगर साम्राज्य|विजयनगर राज्य]] के पश्चिमी तटीय क्षेत्रों में प्रचलन था? (यू.जी.सी. इतिहास,पृ.सं-383 प्रश्न-257 |
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− | -दीनार | + | -[[दीनार]] |
+क्रुजादो | +क्रुजादो | ||
-फ्लोरीन | -फ्लोरीन | ||
-दुकात | -दुकात | ||
− | {ईस्ट इण्डिया कम्पनी को उसके वाणिज्यिक कार्यों से निम्नलिखित में से किस अधिनियम के द्वारा वंचित कर दिया गया था? (यू.जी.सी. इतिहास,पृ.सं-567 प्रश्न-125 | + | {[[ईस्ट इण्डिया कम्पनी]] को उसके वाणिज्यिक कार्यों से निम्नलिखित में से किस अधिनियम के द्वारा वंचित कर दिया गया था? (यू.जी.सी. इतिहास,पृ.सं-567 प्रश्न-125 |
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− | +1833 के चार्टर एक्ट द्वारा | + | +1833 के [[चार्टर एक्ट|चार्टर एक्ट द्वारा]] |
-पिट्स इण्डिया एक्ट द्वारा | -पिट्स इण्डिया एक्ट द्वारा | ||
− | -1861 के इण्डियन कौंसिल एक्ट द्वारा | + | - [[1861]] के [[इण्डियन कौंसिल एक्ट]] द्वारा |
− | -1858 के भारत सरकार अधिनियम द्वारा | + | -[[1858]] के भारत सरकार अधिनियम द्वारा |
− | {किस सम्मेलन में | + | {किस सम्मेलन में [[भारत]] के प्रधानमंत्री [[जवाहरलाल नेहरू]] ने गुट-निरपेक्ष नीति की पहल की थी? (यू.जी.सी. इतिहास,पृ.सं-574 प्रश्न-260 |
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-जाकार्ता सम्मेलन | -जाकार्ता सम्मेलन | ||
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-काहिरा सम्मेलन | -काहिरा सम्मेलन | ||
− | { | + | {[[कृष्णदेव राय]] द्वारा प्रणीत किस तेलगू ग्रंथ में उसकी सैनिक एवं नागरिक प्रशासन की क्षमता का पता चलता है- (यू.जी.सी. इतिहास,पृ.सं-377 प्रश्न-177 |
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-जाम्ववती कल्याण | -जाम्ववती कल्याण | ||
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-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
− | {विजयनगर साम्राज्य का प्रमुख बंदरगाह निम्नलिखित में से था | + | {[[विजयनगर साम्राज्य]] का प्रमुख [[बंदरगाह]] निम्नलिखित में से कौन -सा था? (यू.जी.सी. इतिहास,पृ.सं-380 प्रश्न-220 |
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-कोंडबिंदु | -कोंडबिंदु | ||
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-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
− | {विजयनगर की सामाजिक व्यवस्था | + | {[[विजयनगर साम्राज्य]] की सामाजिक व्यवस्था से हमें निम्न-लिखित में से किस वर्ग के अस्तित्व का पता नहीं चला? (यू.जी.सी. इतिहास,पृ.सं-384 प्रश्न-283 |
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− | -ब्राह्मण | + | -[[ब्राह्मण]] |
-शेट्टी | -शेट्टी | ||
− | -दास | + | -[[दास]] |
+क्षत्रिय | +क्षत्रिय | ||
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− | {प्रथम तमिल संगम की स्थापना की थी | + | {प्रथम तमिल संगम की स्थापना किसके द्वारा की थी? (यू.जी.सी. इतिहास,पृ.सं-226 प्रश्न-879 |
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− | -तिरुवल्लुवर | + | -[[तिरुवल्लुवर]] |
− | -परशुराम | + | -[[परशुराम]] |
− | -मामूलनार | + | -मामूलनार |
− | +अगस्त्य | + | +[[अगस्त्याश्रम|अगस्त्य]] |
− | {निम्नलिखित पाल शासकों में किसे पाल वंश का दूसरा संस्थापक माना जाता है? (यू.जी.सी. इतिहास,पृ.सं-248 प्रश्न-1183 | + | {निम्नलिखित पाल शासकों में किसे [[पाल वंश]] का दूसरा संस्थापक माना जाता है? (यू.जी.सी. इतिहास,पृ.सं-248 प्रश्न-1183 |
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− | -नयपाल | + | -[[नयपाल]] |
− | -देवपाल | + | -[[देवपाल (पाल वंश)|देवपाल]] |
+महीपाल प्रथम | +महीपाल प्रथम | ||
− | -धर्मपाल | + | -[[धर्मपाल]] |
{इन खुर्दादब ने पूर्व मध्यकालीन समाज में सात जातियों का उल्लेख किया है, निम्न में कौन उनमें शामिल नहीं है? (यू.जी.सी. इतिहास,पृ.सं-254 प्रश्न-1269 | {इन खुर्दादब ने पूर्व मध्यकालीन समाज में सात जातियों का उल्लेख किया है, निम्न में कौन उनमें शामिल नहीं है? (यू.जी.सी. इतिहास,पृ.सं-254 प्रश्न-1269 | ||
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-सबूकफरिया | -सबूकफरिया | ||
-शाण्डिल्य | -शाण्डिल्य | ||
− | -ब्रह्मा | + | -[[ब्रह्मा]] |
+सुनार | +सुनार | ||
− | {वारियम- | + | {वारियम-व्यवस्था [[विजयनगर साम्राज्य]] की अभिन्न अंग थी, सामन्यता इसका क्या उद्देश्य था? (यू.जी.सी. इतिहास,पृ.सं-379 प्रश्न-195 |
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-किसानों को पट्टे पर दी जाने वाली भूमि | -किसानों को पट्टे पर दी जाने वाली भूमि | ||
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{निम्नलिखित में से व्यक्तियों और घटनाओं का कौन-सा युग्म ही सही सुमेलित है? (यू.जी.सी. इतिहास,पृ.सं-383 प्रश्न-258 | {निम्नलिखित में से व्यक्तियों और घटनाओं का कौन-सा युग्म ही सही सुमेलित है? (यू.जी.सी. इतिहास,पृ.सं-383 प्रश्न-258 | ||
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− | +बुक्का प्रथम- मदुरै की विजय | + | +[[बुक्का प्रथम]]- [[मदुरै]] की विजय |
− | -रामराय- रायचूर की लड़ाई | + | -[[रामराय]]- रायचूर की लड़ाई |
− | -कृष्णदेवराय- राक्षस तंगड़ी की लड़ाई | + | -[[कृष्णदेव राय|कृष्णदेवराय]]- राक्षस तंगड़ी की लड़ाई |
-तिरुमलराय- वेलोर में राजधानी का स्थानांतरण | -तिरुमलराय- वेलोर में राजधानी का स्थानांतरण | ||
− | {1853 के उपरांत ब्रिटेन को होने वाले भारतीय धन के बहिर्गमन का एक सबसे बड़ा स्त्रोत था | + | {1853 के उपरांत [[ब्रिटेन]] को होने वाले भारतीय धन के बहिर्गमन का एक सबसे बड़ा स्त्रोत क्या था?(यू.जी.सी. इतिहास,पृ.सं-567 प्रश्न-126 |
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− | -भारत से | + | -[[भारत]] से [[अफ़ीम]], नील का निर्यात |
+भारत में ब्रिटिश पूँजी निवेश | +भारत में ब्रिटिश पूँजी निवेश | ||
− | -ब्रिटिश मिल उत्पादित सूती और ऊनी वस्त्रों का भारत में आयात | + | -ब्रिटिश मिल उत्पादित सूती और [[ऊनी वस्त्र|ऊनी वस्त्रों]] का [[भारत]] में [[आयात]] |
-उपर्युक्त सभी | -उपर्युक्त सभी | ||
− | {अक्टूबर 1953 ई. में संयुक्त राष्ट्र | + | {[[अक्टूबर]] [[1953]] ई. में [[संयुक्त राष्ट्र महासभा]] की पहली महिला अध्यक्ष कौन बनी थी? (यू.जी.सी. इतिहास,पृ.सं-574 प्रश्न-261 |
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− | -राजकुमारी अमृत कौर | + | -[[राजकुमारी अमृत कौर]] |
− | -सुचेता कृपलानी | + | -[[सुचेता कृपलानी]] |
− | -सरोजिनी नायडू | + | -[[सरोजिनी नायडू]] |
− | +श्रीमती विजयलक्ष्मी पंडित | + | +[[विजयलक्ष्मी पण्डित|श्रीमती विजयलक्ष्मी पंडित]] |
− | { | + | {[[कृष्णदेव राय]] के बारे में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन लागू नहीं होता है? (यू.जी.सी. इतिहास,पृ.सं-377 प्रश्न-178 |
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+रायचूर दोआब को हस्तगत करने में वह असफल रहा। | +रायचूर दोआब को हस्तगत करने में वह असफल रहा। | ||
− | -1513 ई. में उसने उड़ीसा के राजा गजपति | + | -1513 ई. में उसने [[उड़ीसा]] के राजा गजपति प्रापपरुद्र को परास्त किया |
− | -गजपति रुद्र ने अपनी पुत्री का विवाह कृष्णदेवराय के साथ कर दिया। | + | -गजपति रुद्र ने अपनी पुत्री का [[विवाह]] [[कृष्णदेवराय]] के साथ कर दिया। |
-उसने कोडबिंदु एवं कोउपल्ली पर अधिकार कर लिया। | -उसने कोडबिंदु एवं कोउपल्ली पर अधिकार कर लिया। | ||
− | {सैन्य प्रकाशन की दृष्टि से विजयनगर साम्राज्य को निम्नलिखित में से कितनी जागीरों में विभक्त किया था? (यू.जी.सी. इतिहास,पृ.सं-380 प्रश्न-221 | + | {सैन्य प्रकाशन की दृष्टि से [[विजयनगर साम्राज्य]] को निम्नलिखित में से कितनी जागीरों में विभक्त किया था? (यू.जी.सी. इतिहास,पृ.सं-380 प्रश्न-221 |
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+200 | +200 | ||
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-400 | -400 | ||
− | {विजयनगर राज्य में | + | {[[विजयनगर साम्राज्य|विजयनगर राज्य]] में वसलपानम क्या था? (यू.जी.सी. इतिहास,पृ.सं-384 प्रश्न-284 |
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-चराई कर | -चराई कर | ||
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− | {प्राचीन तमिल देश में उपजाऊ कृषि भू-भाग की संज्ञा थी | + | {प्राचीन तमिल देश में उपजाऊ कृषि भू-भाग की संज्ञा क्या थी?(यू.जी.सी. इतिहास,पृ.सं-226 प्रश्न-880 |
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-पालै | -पालै | ||
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-नेथदल | -नेथदल | ||
− | {निम्नलिखित ग्रंथों में से किसमें जयपाल और लाहौर के शासक के मध्य हुए संघर्ष का विवरण मिलता है? (यू.जी.सी. इतिहास,पृ.सं-248 प्रश्न-1184 | + | {निम्नलिखित ग्रंथों में से किसमें [[जयपाल]] और [[लाहौर]] के शासक के मध्य हुए संघर्ष का विवरण मिलता है? (यू.जी.सी. इतिहास,पृ.सं-248 प्रश्न-1184 |
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-आदाब-उल-मलूक | -आदाब-उल-मलूक | ||
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-कोई नहीं | -कोई नहीं | ||
− | {चोल प्रशासन के अंतर्गत ब्राह्मणों को दान में दियी गए ग्रामों का प्रबंध सभा करती थी। इन्हें कहा जाता था | + | {[[चोल साम्राज्य|चोल प्रशासन]] के अंतर्गत [[ब्राह्मण|ब्राह्मणों]] को दान में दियी गए [[ग्राम|ग्रामों]] का प्रबंध सभा करती थी। इन्हें क्या कहा जाता था? (यू.जी.सी. इतिहास,पृ.सं-254 प्रश्न-1270 |
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-पुरुगर्रि | -पुरुगर्रि | ||
+चतुवेदिमंगलय | +चतुवेदिमंगलय | ||
− | - | + | -[[अग्रहार]] |
-सम्वत्सरवारियम | -सम्वत्सरवारियम | ||
− | {विजयनगर साम्राज्य में स्थानीय शासन अत्यंत महत्त्वपूर्ण था। इसके अंतर्गत नात्तवर से आशय | + | {[[विजयनगर साम्राज्य]] में स्थानीय [[शासन]] अत्यंत महत्त्वपूर्ण था। इसके अंतर्गत नात्तवर से क्या आशय हैं?(यू.जी.सी. इतिहास,पृ.सं-379 प्रश्न-196 |
|type="()"} | |type="()"} | ||
− | -शासन की सबसे छोटी इकाई | + | -[[शासन]] की सबसे छोटी इकाई |
+नाडु के सदस्य | +नाडु के सदस्य | ||
-शिल्पियों की एक समिति | -शिल्पियों की एक समिति | ||
-कराधान समिति | -कराधान समिति | ||
− | {कल्याण-मंडप | + | {कल्याण-मंडप निम्न में से किस [[राज्य]] के मंदिर-वास्तु का विशिष्ट लक्षण था? (यू.जी.सी. इतिहास,पृ.सं-383 प्रश्न-259 |
|type="()"} | |type="()"} | ||
− | -पल्लव | + | -[[पल्लव वंश|पल्लव]] |
− | -चोल | + | -[[चोल वंश|चोल]] |
− | -कदम्ब | + | -[[कदम्ब वंश|कदम्ब]] |
− | +विजयनगर | + | +[[विजयनगर साम्राज्य|विजयनगर]] |
− | {भारत में सर्वाधिक ब्रिटिश पूँजी निवेश किस क्षेत्रों में हुआ? (यू.जी.सी. इतिहास,पृ.सं-567 प्रश्न-127 | + | {[[भारत]] में सर्वाधिक ब्रिटिश पूँजी निवेश किस क्षेत्रों में हुआ? (यू.जी.सी. इतिहास,पृ.सं-567 प्रश्न-127 |
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− | -चाय, कॉफी, नील उत्पादन | + | -[[चाय]], [[कॉफी]], नील उत्पादन |
− | -रेलवे, बैंकिग, बीमा, जहाजरानी | + | -[[भारतीय रेल|रेलवे]], बैंकिग, बीमा, जहाजरानी |
− | -सूती वस्त्र उद्योग | + | -[[सूती वस्त्र उद्योग]] |
− | +जूट उद्योग | + | +[[जूट उद्योग]] |
− | { | + | {[[मिस्र]] का प्राचीन राज्यकाल (3400 ई. पू. 2700 ई.पू) क्या कहलाता है? (यू.जी.सी. इतिहास,पृ.सं-574 प्रश्न-262 |
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+पिरामिडों का युग | +पिरामिडों का युग | ||
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-लोकतांत्रिक युग | -लोकतांत्रिक युग | ||
− | {1565 में तालीकोटा के युद्ध के | + | {1565 में [[तालीकोटा का युद्ध|तालीकोटा के युद्ध के]] पश्चात [[रामराय]] के भाई तिरुमाल ने आरवीडु वंश की स्थापना की थी। निम्नलिखित में से उसने अपनी [[राजधानी]] किसे बनाया? (यू.जी.सी. इतिहास,पृ.सं-378 प्रश्न-179 |
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-अनगोंडी | -अनगोंडी | ||
+बेनुगोंडा | +बेनुगोंडा | ||
− | -रायचूर | + | -[[रायचूर]] |
-हप्पी | -हप्पी | ||
− | {विजयनगर साम्राज्य में सामान्यतया विवाह का कौन-सा रूप प्रचलित था? (यू.जी.सी. इतिहास,पृ.सं-380 प्रश्न-222 | + | {[[विजयनगर साम्राज्य]] में सामान्यतया [[विवाह]] का कौन-सा रूप प्रचलित था? (यू.जी.सी. इतिहास,पृ.सं-380 प्रश्न-222 |
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-दैव | -दैव | ||
पंक्ति 365: | पंक्ति 365: | ||
-प्राजापत्य | -प्राजापत्य | ||
− | {विजयनगर साम्राज्य के अंतर्गत नकद भुगतान वाले कर कहलाते थे | + | {[[विजयनगर साम्राज्य]] के अंतर्गत नकद भुगतान वाले कर क्या कहलाते थे? (यू.जी.सी. इतिहास,पृ.सं-384 प्रश्न-285 |
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+सिद्धय | +सिद्धय |
12:08, 8 मार्च 2017 का अवतरण
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