चमोली
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चमोली
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विवरण | चमोली उत्तराखंड राज्य का एक नगर और ज़िला है। यह नगर प्राकृतिक विभाग उत्तरी पहाड़ी क्षेत्र के अंतर्गत है। |
राज्य | उत्तराखण्ड |
कैसे पहुँचें | देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश, नैनीताल और अल्मोड़ा सभी जगह से चमोली के लिए बसें चलती है। |
नजदीकी रेलवे स्टेशन ऋषिकेश है। | |
क्या देखें | उत्तराखण्ड पर्यटन |
क्या खायें | स्थानीय दाल |
अन्य जानकारी | गर्मी के दिनों में यहाँ ठंडा और सुहावना मौसम रहता है। जाड़े में हिमपात होता है और ऊँची चोटियाँ हिमाच्छादित हो जाती हैं। |
चमोली उत्तराखंड राज्य का एक नगर और ज़िला है। यह नगर प्राकृतिक विभाग उत्तरी पहाड़ी क्षेत्र के अंतर्गत है। इसकी औसत ऊँचाई लगभग 4,500 फुट है, परंतु कहीं-कहीं 10,000 फुट से भी अधिक ऊँचाई मिलती है। चमोली मध्य हिमालय के बीच में स्थित है।
- अलकनंदा नदी यहाँ की प्रसिद्ध नदी है, जो तिब्बत की जास्कर श्रेणी से निकलती है।
- चमोली का क्षेत्रफल लगभग 3,525 वर्ग मील है।
- गर्मी के दिनों में यहाँ ठंडा और सुहावना मौसम रहता है। जाड़े में हिमपात होता है और ऊँची चोटियाँ हिमाच्छादित हो जाती हैं।
- चमोली जंगलों से अच्छादित है, जिसमें चीड़, बैंजओक तथा ओक इत्यादि की प्रचुरता है। यहाँ फल भी पर्याप्त रूप से होते हैं।
- पशुपालन में भेड़, बकरी, घोड़े और याक इत्यादि यहाँ पाले जाते हैं।
- नजदीकी रेलवे स्टेशन ऋषिकेश है।
- नजदीकी हवाई अड्डा जोलीग्रांड है। यह चमोली से 221 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
- देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश, नैनीताल और अल्मोड़ा सभी जगह से चमोली के लिए बसें चलती है।
चिपको आंदोलन
भारत के इतिहास में प्रसिद्ध 'चिपको आंदोलन' की शुरुआत चमोली से ही हुई थी। पेड़ों की कटाई को रोकने के लिए किया गया यह एक महत्त्वपूर्ण आन्दोलन था। इस आन्दोलन के अंतर्गत 26 मार्च, 1974 को चमोली ज़िले के वनों में शांत और अहिंसक विरोध प्रदर्शन किया गया। इस आंदोलन का मुख्य उद्देश्य व्यावसाय के लिए हो रही वनों की कटाई को रोकना था और इसे रोकने के लिए महिलाएँ वृक्षों से चिपककर खड़ी हो गई थीं।
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विथिका
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