"सदस्य:रविन्द्र प्रसाद/3": अवतरणों में अंतर
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||{{seealso|चन्हूदड़ों|लोथल|रोपड़|कालीबंगा}} | ||{{seealso|चन्हूदड़ों|लोथल|रोपड़|कालीबंगा}} | ||
{“[[अवध]] में विद्रोह फूटा, इसलिए नहीं कि उस प्रदेश का विलय किया गया, अपितु इसलिए कि तालुकेदारों के साथ बहुत कठोर | {“[[अवध]] में विद्रोह फूटा, इसलिए नहीं कि उस प्रदेश का विलय किया गया, अपितु इसलिए कि तालुकेदारों के साथ बहुत कठोर व्यवहार किया गया।“ यह कथन निम्न में से किसका है?(यूनीक सा.अध्ययन,पृ.सी/361;प्रश्न-844 | ||
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-हेनरी लॉरेंस | -हेनरी लॉरेंस | ||
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||{{seealso|चन्हूदड़ों|लोथल|रोपड़|कालीबंगा}} | ||{{seealso|चन्हूदड़ों|लोथल|रोपड़|कालीबंगा}} | ||
{“यह केवल [[लॉर्ड डलहौज़ी|डलहौज़ी]] के निर्माण कार्य (सड़क और तार) ही थे | {“यह केवल [[लॉर्ड डलहौज़ी|डलहौज़ी]] के निर्माण कार्य (सड़क और तार) ही थे, जो उसने [[पंजाब]] में प्रशासन स्थापित किया था, उन्हीं के कारण अंत में विद्रोह शांत हो सक।“ यह कथन निम्न में से किसका है? (यूनीक सा.अध्ययन,पृ.सी/361;प्रश्न-845 | ||
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-जॉन लॉरेंस | -जॉन लॉरेंस | ||
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||{{seealso|अशोक के शिलालेख}} | ||{{seealso|अशोक के शिलालेख}} | ||
{ | {"समूची प्रजाति के नपुंसक हो जाने का ख़तरा उठाने के मुकाबले मैं हिंसा को हज़ार गुना बेहतर समझता हूँ"। यह कथन निम्न में से किस महापुरुष का है? | ||
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-[[सुभाषचंद्र बोस]] | -[[सुभाषचंद्र बोस]] | ||
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-[[लोकमान्य तिलक]] | -[[लोकमान्य तिलक]] | ||
||{{seealso|गाँधी युग|भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन|प्रथम स्वतंत्रता संग्राम}} | ||{{seealso|गाँधी युग|भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन|प्रथम स्वतंत्रता संग्राम}} | ||
07:44, 24 फ़रवरी 2014 का अवतरण
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