सदस्य:गोविन्द राम/sandbox
सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी
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आज का दिन - 4 जून 2025 (भारतीय समयानुसार)![]()
एक आलेख![]() संसद भवन नई दिल्ली में स्थित सर्वाधिक भव्य भवनों में से एक है, जहाँ विश्व में किसी भी देश में मौजूद वास्तुकला के उत्कृष्ट नमूनों की उज्ज्वल छवि मिलती है। राजधानी में आने वाले भ्रमणार्थी इस भवन को देखने ज़रूर आते हैं जैसा कि संसद के दोनों सभाएं लोक सभा और राज्य सभा इसी भवन के अहाते में स्थित हैं। संसद भवन संपदा के अंतर्गत संसद भवन, स्वागत कार्यालय भवन, संसदीय ज्ञानपीठ (संसद ग्रंथालय भवन) संसदीय सौध और इसके आस-पास के विस्तृत लॉन, जहां फ़व्वारे वाले तालाब हैं, शामिल हैं। संसद भवन की अभिकल्पना दो मशहूर वास्तुकारों - सर एडविन लुटय़न्स और सर हर्बर्ट बेकर ने तैयार की थी जो नई दिल्ली की आयोजना और निर्माण के लिए उत्तरदायी थे। संसद भवन की आधारशिला 12 फ़रवरी, 1921 को महामहिम द डय़ूक ऑफ कनाट ने रखी थी । इस भवन के निर्माण में छह वर्ष लगे और इसका उद्घाटन समारोह भारत के तत्कालीन गवर्नर जनरल लॉर्ड इर्विन ने 18 जनवरी, 1927 को आयोजित किया। इसके निर्माण पर 83 लाख रुपये की लागत आई। ... और पढ़ें
एक पर्यटन स्थल![]() डल झील का प्रमुख आकर्षण केन्द्र तैरते हुए बग़ीचे हैं। पौराणिक मुग़ल किलों में यहाँ की संस्कृति तथा इतिहास के दर्शन होते हैं। डल झील के पास ही मुग़लों के सुंदर एवं प्रसिद्ध पुष्प वाटिका से डल झील की आकृति और उभरकर सामने आती है। कश्मीर के प्रसिद्ध विश्वविद्यालय झील के तट पर स्थित है। शिकारे के माध्यम से सैलानी नेहरू पार्क, कानुटुर खाना, चारचीनारी, कुछ द्वीप जो यहाँ पर स्थित हैं, उन्हें देख सकते हैं। श्रद्घालुओं के लिए हज़रतबल तीर्थस्थल के दर्शन करे बिना उनकी यात्रा अधूरी रह जाती है। शिकारे के माध्यम से श्रद्धालु इस तीर्थस्थल के दर्शन कर सकते हैं। दुनिया भर में यह झील विशेष रूप से शिकारों या हाऊस बोट के लिए जानी जाती है। डल झील के आस-पास की प्राकृतिक सुंदरता अधिक संख्या में लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है। ... और पढ़ें
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भारतकोश हलचल
वट सावित्री व्रत (10 जून) विश्व नेत्रदान दिवस (10 जून) • अन्तरराष्ट्रीय अभिलेख दिवस (09 जून) • प्रदोष व्रत (08 जून) • विश्व महासागर दिवस (08 जून) • विश्व ब्रेन ट्यूमर दिवस (08 जून) •ईद उल ज़ुहा (07 जून) • निर्जला एकादशी (06 जून) • गायत्री जयन्ती (06 जून) • गंगा दशहरा (05 जून) •रामेश्वरम प्रतिष्ठा (05 जून) • विश्व पर्यावरण दिवस (05 जून) • महेश नवमी (04 जून) • दुर्गाष्टमी (03 जून) • विश्व साइकिल दिवस (03 जून) • अरण्य षष्ठी (01 जून) • विश्व दुग्ध दिवस (01 जून) • अंतर्राष्ट्रीय बाल रक्षा दिवस (01 जून) • विश्व धूम्रपान निषेध दिवस (31 मई) • हिंदी पत्रकारिता दिवस (30 मई) • गोवा स्थापना दिवस (30 मई) • विनायक चतुर्थी (30 मई) • एमनेस्टी इंटरनेशनल डे (28 मई) • अमावास्या 26 मई) •मासिक शिवरात्रि 25 मई) • प्रदोष व्रत 24 मई) • अपरा एकादशी 23 मई) • गुरु अमरदास जयन्ती 23 मई) • विश्व कछुआ दिवस 23 मई) • विश्व जैव विविधता दिवस 22 मई) • अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस 21 मई) • आतंकवाद विरोधी दिवस 21 मई) • दुर्गाष्टमी 20 मई) • अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस 18 मई) • पोखरण परमाणु विस्फोट दिवस 18 मई) • विश्व दूरसंचार दिवस 17 मई) • विश्व उच्चरक्तचाप दिवस 17 मई) • संकष्टी चतुर्थी 16 मई) • सिक्किम स्थापना दिवस 16 मई) • राष्ट्रीय डेंगू दिवस 16 मई) • वृष संक्रान्ति 15 मई)
जन्म
मास्ति वेंकटेश अय्यंगार (06 जून) • सुनील दत्त (06 जून) • डी. रामानायडू (06 जून) • गुरबचन सिंह रंधावा (06 जून) • उपेन्द्रनाथ बंधोपाध्याय (06 जून) • शौक़ बहराइची (06 जून) • ए.ओ. ह्यूम (06 जून) • अरविंद केजरीवाल (06 जून) • वेद प्रकाश शर्मा (06 जून) • राजेन्द्र कृष्ण (06 जून) • गिरिधर शर्मा नवरत्न (06 जून) • रघुवंश प्रसाद सिंह (06 जून) • योगी आदित्यनाथ (05 जून) • रमेश कृष्णन (05 जून) • गोविंद शंकर कुरुप (05 जून) • एन. एम. जोशी (05 जून) • अनिल शास्त्री (04 जून) • नूतन (04 जून) • एस. पी. बालासुब्रमण्यम (04 जून)
मृत्यु
कैप्टन अवधेश प्रताप सिंह (06 जून) • मास्ति वेंकटेश अय्यंगार (06 जून) • बासु चटर्जी (06 जून) • डी. देवराज अर्स (06 जून) • वेद मारवाह (05 जून) • मास्टर मदन (05 जून) • कुबेरनाथ राय (05 जून) • अभिमन्यु अनत (04 जून) • अचंत लक्ष्मीपति (04 जून) • सुलभा देशपांडे (04 जून)
समाचार
एक व्यक्तित्व
महापण्डित राहुल सांकृत्यायन को हिन्दी यात्रा साहित्य का जनक माना जाता है। वे एक प्रतिष्ठित बहुभाषाविद थे और 20वीं सदी के पूर्वार्द्ध में उन्होंने यात्रा वृतांत तथा विश्व-दर्शन के क्षेत्र में साहित्यिक योगदान किए। बौद्ध धर्म पर उनका शोध हिन्दी साहित्य में युगान्तरकारी माना जाता है, जिसके लिए उन्होंने तिब्बत से लेकर श्रीलंका तक भ्रमण किया था। बौद्ध धर्म की ओर जब झुकाव हुआ तो पाली, प्राकृत, अपभ्रंश, तिब्बती, चीनी, जापानी, एवं सिंहली भाषाओं की जानकारी लेते हुए सम्पूर्ण बौद्ध ग्रन्थों का मनन किया और सर्वश्रेष्ठ उपाधि 'त्रिपिटिका चार्य' की पदवी पायी। साम्यवाद के क्रोड़ में जब राहुल जी गये तो कार्ल मार्क्स, लेनिन तथा स्तालिन के दर्शन से पूर्ण परिचय हुआ। प्रकारान्तर से राहुल जी इतिहास, पुरातत्त्व, स्थापत्य, भाषाशास्त्र एवं राजनीति शास्त्र के अच्छे ज्ञाता थे। ... और पढ़ें
पिछले लेख → | पण्डित ओंकारनाथ ठाकुर | जे. आर. डी. टाटा | आर. के. लक्ष्मण |
चयनित चित्र

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