"यशोविजय" के अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
अश्वनी भाटिया (चर्चा | योगदान) |
व्यवस्थापन (चर्चा | योगदान) छो (Text replacement - " महान " to " महान् ") |
||
(3 सदस्यों द्वारा किये गये बीच के 3 अवतरण नहीं दर्शाए गए) | |||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
− | '''आचार्य यशोविजय''' | + | '''आचार्य यशोविजय''' [[विक्रम सम्वत]] 18वीं शती के प्रौढ़ तार्किक और नव्यन्याय शैली के महान् दार्शनिक हैं। |
− | |||
*इन्होंने निम्न तर्कग्रन्थ रचे हैं- | *इन्होंने निम्न तर्कग्रन्थ रचे हैं- | ||
#अष्टसहस्री-तात्पर्यविवरण, | #अष्टसहस्री-तात्पर्यविवरण, | ||
पंक्ति 11: | पंक्ति 10: | ||
#शास्त्रवार्तासमुच्चयटीका और | #शास्त्रवार्तासमुच्चयटीका और | ||
#गुरुत वविनिश्चय। | #गुरुत वविनिश्चय। | ||
− | == | + | |
− | {{जैन धर्म2}} | + | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== |
− | {{जैन धर्म}} | + | <references/> |
− | [[Category:दर्शन कोश]] | + | |
− | [[Category: | + | ==संबंधित लेख== |
+ | {{दार्शनिक}}{{जैन धर्म2}}{{जैन धर्म}} | ||
+ | [[Category:जैन_दर्शन]][[Category:दार्शनिक]][[Category:दर्शन कोश]][[Category:चरित कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
11:16, 1 अगस्त 2017 के समय का अवतरण
आचार्य यशोविजय विक्रम सम्वत 18वीं शती के प्रौढ़ तार्किक और नव्यन्याय शैली के महान् दार्शनिक हैं।
- इन्होंने निम्न तर्कग्रन्थ रचे हैं-
- अष्टसहस्री-तात्पर्यविवरण,
- जैन तर्कभाषा,
- न्यायलोक,
- ज्ञानबिन्दु,
- अनेकान्तव्यवस्था,
- न्यायखण्डनखाद्य,
- अनेकान्तप्रवेश,
- शास्त्रवार्तासमुच्चयटीका और
- गुरुत वविनिश्चय।
टीका टिप्पणी और संदर्भ