"कर्णघण्टा सरोवर, वाराणसी": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replace - " खाली" to " ख़ाली") |
रिंकू बघेल (वार्ता | योगदान) No edit summary |
||
पंक्ति 7: | पंक्ति 7: | ||
==बाहरी कड़ियाँ== | ==बाहरी कड़ियाँ== | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{वाराणसी}} | {{वाराणसी}}{{उत्तर प्रदेश के धार्मिक स्थल}} | ||
[[Category:उत्तर प्रदेश]][[Category:वाराणसी]][[Category:उत्तर प्रदेश के धार्मिक स्थल]][[Category:हिन्दू धार्मिक स्थल]][[Category:धार्मिक स्थल कोश]][[Category:हिन्दू धर्म कोश]][[Category:धर्म कोश]] | [[Category:उत्तर प्रदेश]][[Category:वाराणसी]][[Category:उत्तर प्रदेश के धार्मिक स्थल]][[Category:हिन्दू धार्मिक स्थल]][[Category:धार्मिक स्थल कोश]][[Category:हिन्दू धर्म कोश]][[Category:धर्म कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ | ||
__NOTOC__ | __NOTOC__ |
10:29, 2 नवम्बर 2016 के समय का अवतरण

कर्णघण्टा सरोवर उत्तर प्रदेश राज्य के वाराणसी नगर में स्थित है। नीचीबाग से बुलानाला जाने वाले मार्ग में यह सरोवर स्थित है। इस समय यह विलुप्त होने की कगार पर है। इस सरोवर पर गुरु पूर्णिमा पर यहां स्थित शिवलिंग और महर्षि वेदव्यास की मूर्ति की पूजा की जाती है। पूरे वर्ष ये मूर्तियां कुण्ड के जल में डूबी रहती हैं। गुरु पूर्णिमा के दिन नगर निगम पंप से सरोवर का पानी ख़ाली कर देता है। इस कुण्ड पर ही तुलसीदास जी ने प्रथम हनुमान मंदिर बनाया। जिसे कोढ़ियाबीर हनुमान के नाम से जाना जाता है।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख