राष्ट्रीय आधुनिक कला दीर्घा
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- राष्ट्रीय आधुनिक कला दीर्घा यह देश की एक प्रमुख एवं प्रतिष्ठित दीर्घा है।
- राष्ट्रीय आधुनिक कला दीर्घा या मार्डन आर्ट गैलरी की स्थापना 1954 में की गयी।
- जयपुर के तत्कालीन महाराजा के निवास स्थान जयपुर हाउस में 1954 में शुरू हुई इस दीर्घा में 19वीं एवं 20वीं शताब्दी की विभिन्न शैलियों का प्रतिनिधित्व करने वाली लगभग 15,000 दुर्लभ कलाकृतियों का संग्रह किया गया है।
- उत्कृष्ट भारतीय कलाकारों की कृतियों का संकलन इस कला दीर्घा में किया गया है, वे हैं -
- राजा रवि वर्मा (1848 - 1906),
- अवनीन्द्रनाथ टैगोर (1871 - 1951),
- नन्दलाल बोस (1883 - 1966),
- देवी प्रसाद रायचौधरी (1899 - 1975),
- विनोद बिहारी मुखर्जी (1904 - 1980),
- रामकिंकर बेज (1910 - 1980),
- जैमिनी राय (1887 - 1972)
- अमृता शेरगिल (1913 - 1941)।
- यहाँ का मुख्य आकर्षण नंदलाल बोस, राजा रवि वर्मा, अमृता सहगल एवं जैमिनी राय द्वारा तैयार की गई उत्कृष्ट कलाकृतियाँ है।
- भारत के कुछ प्रसिद्ध मूर्तिकारों के कार्य को भी इस दीर्घा में प्रदर्शित किया गया है। यहीं पर एक पुस्तकालय एवं विक्रय केन्द्र भी है, जहाँ से पोस्टर, चित्रमय पोस्टकार्ड, कैटलॉग आदि ख़रीदे जा सकते हैं।
- बच्चों में कला के प्रति अभिरूचि पैदा करने के लिए यहाँ समय-समय पर स्कूली बच्चों के लिए विशेष भ्रमण, सभा, फ़िल्म प्रदर्शन इत्यादि भी आयोजित किए जाते हैं।
- यह कला दीर्घा राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय की विशेष प्रदर्शनियों का आयोजन भी करती है।
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