अंकूलना - क्रिया अकर्मक (संस्कृत अंङ्कुरण, हिंदी अंकुरना)[1]
जनमना, पैदा होना।
"सालिग्राम गंडक अंकुला। पाहन पूजत पंडित भूल।"[2]