अवीचि

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
दिनेश (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 10:26, 27 नवम्बर 2012 का अवतरण (''''अवीचि''' पौराणिक धर्म ग्रंथों और हिन्दू मान्यताओं ...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

अवीचि पौराणिक धर्म ग्रंथों और हिन्दू मान्यताओं के अनुसार एक नरक है। यह सात प्रधान नरकों में से पाँचवाँ है।[1] झूठे गवाह तथा अनुचित दान देने वाले लोग इस नरक के भागी होते हैं।[2] अवीचि 28 नरकों में से एक गिना जाता है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. पौराणिक कोश |लेखक: राणाप्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, आज भवन, संत कबीर मार्ग, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 36 |
  2. वायुपुराण 101.179; भागवतपुराण 5.26.7,28; ब्रह्मांडपुराण 4.2.182,185

संबंधित लेख