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<center>'''[[वाराणसी]]'''</center>
<div style="padding:3px">[[चित्र:Kolaz-Varanasi.jpg|right|botom|100px|वाराणसी के विभिन्न दृश्य |link=वाराणसी]]</div>
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*<u>'''[[वाराणसी]]'''</u> के व्यापारी समुद्री व्यापार भी करते थे। [[काशी]] से समुद्र यात्रा के लिए नावें छूटती थीं।
*वाराणसी दक्षिण-पूर्वी [[उत्तर प्रदेश]] राज्य में [[गंगा नदी]] के बाएँ तट पर स्थित एक ऐतिहासिक नगर है।
*इस नगर के धनी व्यापारियों को व्यापार के उद्देश्य से समुद्र पार जाने का उल्लेख है। जातकों में भी व्यापार के उद्देश्य से बाहर जाने का उल्लेख मिलता है। एक जातक में उल्लेख है कि [[बनारस]] के व्यापारी [[दिशाकाक]] लेकर समुद्र यात्रा को गए थे। '''[[वाराणसी|.... और पढ़ें]]'''
*वाराणसी '''विश्व के प्राचीनतम बसे हुए नगरों में से एक ''' है जो हज़ारों साल से उत्तर [[भारत]] का धार्मिक एवं सांस्कृतिक केन्द्र रहा है।
*ऐतिहासिक आलेखों से प्रमाणित होता है कि ईसा पूर्व की '''छठी शताब्दी में वाराणसी ([[काशी]]) भारतवर्ष का बड़ा ही समृद्धशाली और महत्त्वपूर्ण''' राज्य था।
*वाराणसी  '''महान कलाकार और साहित्यकारों की जन्मभूमि''' रही है, जिनमें [[उस्ताद बिस्मिल्ला ख़ाँ]], [[रवि शंकर|पंडित रवि शंकर]], [[प्रेमचंद]], [[भारतेन्दु हरिश्चंद्र]] और [[जयशंकर प्रसाद]] प्रमुख हैं।  '''[[वाराणसी|.... और पढ़ें]]'''
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| class="headbg34" style="border:1px solid #a5d3f2; padding:10px; -moz-border-radius: 6px;-webkit-border-radius: 6px; border-radius: 6px;" valign="top" | <div style="padding-left:8px; background:#bfdff3; border:thin solid #a6d1eb;">'''एक पर्यटन स्थल'''</div>  
<center>'''[[खजुराहो]]'''</center>
<div style="padding:3px">[[चित्र:Khajuraho-Temples.jpg|right|100px|खजुराहो मंदिर|link=खजुराहो]]</div>
[[चित्र:Khajuraho-Temples.jpg|right|120px|खजुराहो मंदिर|link=खजुराहो]]
*'''[[खजुराहो]]''' की मूर्तियों की सबसे अहम और महत्त्वपूर्ण ख़ूबी यह है कि इनमें गति है, देखते रहिए तो लगता है कि शायद चल रही है या बस हिलने ही वाली है, या फिर लगता है कि शायद अभी कुछ बोलेगी, मस्कुराएगी, शर्माएगी या रूठ जाएगी।
*[[भारत]] में, [[ताजमहल]] के बाद, सबसे ज़्यादा देखे और घूमे जाने वाले [[पर्यटन]] स्थलों में खजुराहो का नाम आता है।
*कमाल की बात तो यह है कि ये चेहरे के भाव और शरीर की भंगिमाऐं केवल स्त्री पुरुषों में ही नहीं बल्कि जानवरों में भी दिखाई देते हैं। '''[[खजुराहो|.... और पढ़ें]]'''
*खजुराहो के मंदिर '''भारतीय स्थापत्य कला का अद्भुत नमूना''' हैं। खजुराहो का प्राचीन नाम '''खर्जुरवाहक''' है।
*खजुराहो में ख़ूबसूरत मंदिरो में की गई कलाकारी इतनी सजीव है कि '''कई बार मूर्तियाँ ख़ुद बोलती हुई''' मालूम होती हैं।
*खजुराहो, महोबा से 54 किलोमीटर दक्षिण में, छतरपुर से 45 किलोमीटर पूर्व और सतना ज़िले से 105 किलोमीटर पश्‍चिम मध्य प्रदेश में स्‍थित है। '''[[खजुराहो|.... और पढ़ें]]'''
 
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| class="bg69" style="border:1px solid #dfc867;padding:10px; -moz-border-radius: 6px;-webkit-border-radius: 6px; border-radius: 6px;" valign="top" | <div style="padding-left:8px; background:#f9e89e; border:thin solid #dfc867;">'''अद्भुत भारत'''</div>  
| class="bg69" style="border:1px solid #dfc867;padding:10px; -moz-border-radius: 6px;-webkit-border-radius: 6px; border-radius: 6px;" valign="top" | <div style="padding-left:8px; background:#f9e89e; border:thin solid #dfc867;">'''अद्भुत भारत'''</div>  
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| class="bg45" style="border:1px solid #d7d8ec;padding:10px; -moz-border-radius: 6px;-webkit-border-radius: 6px; border-radius: 6px;" valign="top" | <div style="padding-left:8px; background:#d2d2ff; border:thin solid #b5b5f6;">'''एक व्यक्तित्व'''</div>  
| class="bg45" style="border:1px solid #d7d8ec;padding:10px; -moz-border-radius: 6px;-webkit-border-radius: 6px; border-radius: 6px;" valign="top" | <div style="padding-left:8px; background:#d2d2ff; border:thin solid #b5b5f6;">'''एक व्यक्तित्व'''</div>  
<div align="center" style="color:#34341B;">'''[[सत्यजित राय]]'''</div>
<div style="padding:3px">[[चित्र:Satyajit-Ray.jpg|right|100px|सत्यजित राय|link=सत्यजित राय]] </div>
<div id="rollnone"> [[चित्र:Satyajit-Ray.jpg|right|100px|सत्यजित राय|link=सत्यजित राय]] </div>
* '''[[सत्यजित राय]]''' मानद ऑस्कर अवॉर्ड, [[भारत रत्न]] के अतिरिक्त [[पद्म श्री]] (1958), [[पद्म भूषण]] (1965), [[पद्म विभूषण]] (1976) और रमन मैगसेसे पुरस्कार (1967) से सम्मानित हैं।
* विश्व सिनेमा में भारतीय फ़िल्मों को नई पहचान दिलाने वाले सत्यजित राय का जन्म [[2 मई]], [[1921]] को [[कलकत्ता]] ([[कोलकाता]]) में हुआ।
*विश्व सिनेमा के पितामह माने जाने वाले महान निर्देशक अकीरा कुरोसावा ने राय के लिए कहा था "सत्यजित राय के बिना सिनेमा जगत वैसा ही है जैसे सूरज-चाँद के बिना आसमान" '''[[सत्यजित राय|.... और पढ़ें]]'''
* सत्यजित राय बीसवीं शताब्दी के '''विश्व की महानतम फ़िल्मी हस्तियों में से एक''' थे, जिन्होंने यथार्थवादी धारा की फ़िल्मों को नई दिशा देने के अलावा [[साहित्य]], [[चित्रकला]] जैसी अन्य विधाओं में भी अपनी प्रतिभा का परिचय दिया।
*सत्यजित राय फ़िल्म निर्माण से संबंधित कई काम ख़ुद ही करते थे; जिनमें निर्देशन, छायांकन, पटकथा, पार्श्व संगीत, कला निर्देशन, संपादन आदि शामिल हैं। फ़िल्मकार के अलावा वह कहानीकार, चित्रकार, फ़िल्म आलोचक भी थे।
* सत्यजित राय ने '''सबसे ज़्यादा [[राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार]] जीते हैं।''' उन्होंने और उनके काम ने '''कुल 32 राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार''' प्राप्त किये।
* सत्यजित राय '''[[भारत रत्न]]''' के अतिरिक्त [[पद्म श्री]] (1958), [[पद्म भूषण]] (1965), [[पद्म विभूषण]] (1976) और रमन मैगसेसे पुरस्कार (1967) से सम्मानित हैं।
* विश्व सिनेमा में अभूतपूर्व योगदान के लिए '''मानद ऑस्कर अवॉर्ड''' से सम्मानित सत्यजित राय का [[23 अप्रॅल]], [[1992]] को [[कोलकाता]] में स्वर्गवास हुआ '''[[सत्यजित राय|.... और पढ़ें]]'''
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विशेष आलेख
वाराणसी के विभिन्न दृश्य
वाराणसी के विभिन्न दृश्य
  • वाराणसी के व्यापारी समुद्री व्यापार भी करते थे। काशी से समुद्र यात्रा के लिए नावें छूटती थीं।
  • इस नगर के धनी व्यापारियों को व्यापार के उद्देश्य से समुद्र पार जाने का उल्लेख है। जातकों में भी व्यापार के उद्देश्य से बाहर जाने का उल्लेख मिलता है। एक जातक में उल्लेख है कि बनारस के व्यापारी दिशाकाक लेकर समुद्र यात्रा को गए थे। .... और पढ़ें

पिछले विशेष आलेख → बाघ · हिन्दी · ब्रज · कोलकाता
एक पर्यटन स्थल
खजुराहो मंदिर
खजुराहो मंदिर
  • खजुराहो की मूर्तियों की सबसे अहम और महत्त्वपूर्ण ख़ूबी यह है कि इनमें गति है, देखते रहिए तो लगता है कि शायद चल रही है या बस हिलने ही वाली है, या फिर लगता है कि शायद अभी कुछ बोलेगी, मस्कुराएगी, शर्माएगी या रूठ जाएगी।
  • कमाल की बात तो यह है कि ये चेहरे के भाव और शरीर की भंगिमाऐं केवल स्त्री पुरुषों में ही नहीं बल्कि जानवरों में भी दिखाई देते हैं। .... और पढ़ें
अद्भुत भारत
  • भारत में मानव का सबसे पहला प्रमाण केरल से मिला है जो सत्तर हज़ार साल पुराना होने की संभावना है। जिसका आधार अफ़्रीक़ा के प्राचीन मानव से जैविक गुणसूत्रों (जीन्स) का मिलना है।<balloon title="'अ जेनेटिक ओडिसी' शोध ग्रंथ, प्रिन्सटन यूनिवर्सिटी प्रॅस, न्यू जर्सी, सं.रा.अमरीका" style=color:blue>*</balloon>
  • कबड्डी खेल का उद्भव प्रागैतिहासिक काल से माना जा सकता है, जब मनुष्य में आत्मरक्षा या शिकार के लिए प्रतिवर्ती क्रियाएँ विकसित हुईं। इस बात का उल्लेख एक ताम्रपत्र में है कि भगवान कृष्ण और उनके साथियों द्वारा कबड्डी खेला जाता था।
  • मांकड़ का अंदाज-ए-आउट बना नियम:- ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध सिडनी टेस्ट में भारतीय गेंदबाज़ वीनू मांकड़ ने विपक्षी बल्लेबाज को कुछ ऐसे आउट किया कि सब दंग रह गए। ... और पढ़ें
  • जीवन अविकल कर्म है, न बुझने वाली पिपासा है। जीवन हलचल है, परिवर्तन है; और हलचल तथा परिवर्तन में सुख और शान्ति का कोई स्थान नहीं। -भगवती चरण वर्मा (चित्रलेखा, पृ. 24)
  • सत्य, आस्था और लगन जीवन-सिद्धि के मूल हैं। -अमृतलाल नागर (अमृत और विष, पृ. 437) .... और पढ़ें
सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी

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जन्म
देवकीनन्दन खत्री (29 जून) पी. सी. महालनोबिस (29 जून) मरियप्पन थंगावेलु (28 जून) पी. वी. नरसिंह राव (28 जून) जसपाल राणा (28 जून) शिवप्रसाद गुप्त (28 जून) प्रहलाद सिंह पटेल (28 जून) पी. टी. उषा (27 जून) राहुल देव बर्मन (27 जून) आर. डी. प्रधान (27 जून) अकिलन (27 जून) पूर्णिमा वर्मन (27 जून) अमला शंकर (27 जून) नितिन मुकेश (27 जून)
मृत्यु
माइकल मधुसूदन दत्त (29 जून) दामोदर धर्मानंद कोसांबी (29 जून) सरदार बलदेव सिंह (29 जून) के.जी. सुब्रह्मण्यम (29 जून) गवरी देवी (29 जून) मेहता लज्जाराम शर्मा (29 जून) अमर गोस्वामी (28 जून) पी. सी. महालनोबिस (28 जून) रणजीत सिंह (27 जून) सैम मानेकशॉ (27 जून)

समाचार

समाचार

भूला-बिसरा भारत
  • पहले हर घर में होती थी पर आज शायद ही किसी घर में हो --- ओखली
  • पहले किसान खेत में पानी लगाने के लिये प्रयोग करते थे --- ढेकली
  • ऐसे ही कुछ भूली वस्तुओं के बारे में जानने के लिये देखें --- .... और पढ़ें
एक व्यक्तित्व
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सत्यजित राय

पिछले लेख → सरोजिनी नायडू · रबीन्द्रनाथ ठाकुर
चयनित चित्र

हिमाचल प्रदेश की प्रसिद्ध रिवालसर झील
हिमाचल प्रदेश की प्रसिद्ध रिवालसर झील

रिवालसर झील, मंडी, हिमाचल प्रदेश

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