"प्रयोग:कविता बघेल 2": अवतरणों में अंतर
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-लगातार दौड़ना | -लगातार दौड़ना | ||
-ताकत प्रशिक्षण | -ताकत प्रशिक्षण | ||
||अंतराल प्रशिक्षण से शरीर के दो ऊर्जा उत्पन्न करने वाले तंत्र-एरोबिक तथा एनऐरोबिक का पूरा इस्तेमाल होता है। ऐरोबिक तंत्र वह है जो ऊर्जा को मीलों सैर करने या दौड़ने की आज्ञा देता है जो ऑक्सीजन का उपयोग शरीर के सभी स्त्रोतों से कार्बोहाइड्रेट को ऊर्जा में बदलने में करता है। इनऐरोबिक तंत्र में इसके विपरीत, कार्बोहाइड्रेट जो मांसपेशियों में स्टोर हैं उनसे ऊर्जा लेकर दौड़ने, कूदने या भारी | ||अंतराल प्रशिक्षण से शरीर के दो ऊर्जा उत्पन्न करने वाले तंत्र- एरोबिक तथा एनऐरोबिक का पूरा इस्तेमाल होता है। ऐरोबिक तंत्र वह है जो ऊर्जा को मीलों सैर करने या दौड़ने की आज्ञा देता है जो [[ऑक्सीजन]] का उपयोग शरीर के सभी स्त्रोतों से [[कार्बोहाइड्रेट]] को ऊर्जा में बदलने में करता है। इनऐरोबिक तंत्र में इसके विपरीत, कार्बोहाइड्रेट जो मांसपेशियों में स्टोर हैं उनसे ऊर्जा लेकर दौड़ने, कूदने या भारी वज़न उठाने में उपयोग की जाती है। | ||
{अखाड़ा किस खेल से संबंधित है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-204 प्रश्न-28 | {[[अखाड़ा]] किस खेल से संबंधित है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-204 प्रश्न-28 | ||
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-[[फुटबॉल]] | -[[फुटबॉल]] | ||
-जूडो | -जूडो | ||
+[[कुश्ती]] | +[[कुश्ती]] | ||
- | -मुक्केबाज़ी | ||
||अखाड़ा शब्द [[संस्कृत भाषा|संस्कृत]] वर्णमाला का शब्द है। अखाड़ा मुख्य रूप से प्राचीनकाल में [[भारत]] के साधु-संतों का एक ऐसा समूह होता था जो संकट के समय में राजधर्म के विरुद्ध परिस्थितियों में राष्ट्र और धर्म रक्षा के लिए कार्य करता था। खेल के संदर्भ में अखाड़ा पहलवानों के लिए एक मैदान होता है जहां [[कुश्ती]] लड़ी जाती थी। | ||अखाड़ा शब्द [[संस्कृत भाषा|संस्कृत]] वर्णमाला का शब्द है। अखाड़ा मुख्य रूप से प्राचीनकाल में [[भारत]] के साधु-संतों का एक ऐसा समूह होता था जो संकट के समय में राजधर्म के विरुद्ध परिस्थितियों में राष्ट्र और धर्म रक्षा के लिए कार्य करता था। खेल के संदर्भ में अखाड़ा पहलवानों के लिए एक मैदान होता है जहां [[कुश्ती]] लड़ी जाती थी। | ||
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-[[बास्केटबॉल]] | -[[बास्केटबॉल]] | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
||वॉलीबाल में रेस्ट के लिए टाइम आउट का समय 30 सेकंड का होता है। [[बास्केटबॉल]] में टाइम आउट की अवधि 1 मिनट होती है। फुटबाल में टाइम आउट नहीं दिया जाता है। | ||वॉलीबाल में रेस्ट के लिए टाइम आउट का समय 30 सेकंड का होता है। [[बास्केटबॉल]] में टाइम आउट की अवधि 1 मिनट होती है। [[फुटबाल]] में टाइम आउट नहीं दिया जाता है। | ||
{प्रत्येक व्यक्ति की संहति का लगभग 99 प्रतिशत भाग छह तत्त्वों [[कार्बन]], [[ऑक्सीजन]], [[हाइड्रोजन]]--------से बना होता है। (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-176 प्रश्न-126 | {"प्रत्येक व्यक्ति की संहति का लगभग 99 प्रतिशत भाग छह तत्त्वों- [[कार्बन]], [[ऑक्सीजन]], [[हाइड्रोजन]], -------- से बना होता है।" इस प्रश्न में रिक्त स्थान के लिए सही विकल्प चुनिए? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-176 प्रश्न-126 | ||
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+[[नाइट्रोजन]], [[फॉस्फोरस]] और [[कैल्शियम]] | +[[नाइट्रोजन]], [[फॉस्फोरस]] और [[कैल्शियम]] | ||
-कैल्शियम, [[सल्फर]] और [[ताम्र]] | -कैल्शियम, [[सल्फर]] और [[ताम्र]] | ||
-नाइट्रोजन, [[आयोडीन]] और | -नाइट्रोजन, [[आयोडीन]] और फॉस्फोरस | ||
-फॉस्फोरस, [[पोटैशियम]] और [[सोडियम]] | -फॉस्फोरस, [[पोटैशियम]] और [[सोडियम]] | ||
||प्रत्येक व्यक्ति की संहति का लगभग 99% भाग | ||प्रत्येक व्यक्ति की संहति का लगभग 99% भाग 6 तत्त्वों- [[कार्बन]], [[ऑक्सीजन]], [[हाइड्रोजन]], [[नाइट्रोजन]], [[फॉस्फोरस]] और [[कैल्शियम]] से बना होता है। | ||
{'क्रास-वेबर टेस्ट' का | |||
{'क्रास-वेबर टेस्ट' का प्रयोग ------ की माप के लिए किया जाता है। (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-185 प्रश्न-188 | |||
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-सहनशीलता | -सहनशीलता | ||
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-सापेक्षिक पेशीय ताकत | -सापेक्षिक पेशीय ताकत | ||
+न्यूनतम पेशीय ताकत | +न्यूनतम पेशीय ताकत | ||
||क्रास-वेबर परीक्षण (Kraus-Weber Test) में छ: मद शामिल होते हैं। इन परीक्षणों को व्यक्ति की कम से कम या न्यूनतम [[मांसपेशी|मांसपेशीय]] ताकत या पुष्टि को मापने के लिए किया जाता है। | ||क्रास-वेबर परीक्षण (Kraus-Weber Test) में छ: मद शामिल होते हैं। इन परीक्षणों को व्यक्ति की कम-से-कम या न्यूनतम [[मांसपेशी|मांसपेशीय]] ताकत या पुष्टि को मापने के लिए किया जाता है। | ||
{वर्तमान समय में [[मनोविज्ञान]] है | {वर्तमान समय में [[मनोविज्ञान]] क्या है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-198 प्रश्न-98 | ||
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-[[मस्तिष्क]] का विज्ञान | -[[मस्तिष्क]] का विज्ञान | ||
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||सर्वप्रथम मनोविज्ञान को 'आत्मा का विद्वान' माना जाता था किंतु वर्तमान समय में [[मनोविज्ञान]] 'व्यवहार का विज्ञान' है। | ||सर्वप्रथम मनोविज्ञान को 'आत्मा का विद्वान' माना जाता था किंतु वर्तमान समय में [[मनोविज्ञान]] 'व्यवहार का विज्ञान' है। | ||
{ओलंपिक झंडे में बना पीला गोला [[महाद्वीप]] का प्रतिनिधित्व करता है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-203 प्रश्न-19 | {[[ओलंपिक खेल]] के झंडे में बना [[पीला रंग|पीला]] गोला किस [[महाद्वीप]] का प्रतिनिधित्व करता है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-203 प्रश्न-19 | ||
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+[[एशिया]] | +[[एशिया]] | ||
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||ओलंपिक झंडे में बने पांच गोले पांच महाद्वीपों को दर्शाते हैं- [[नीला रंग|नीले रंग]] का गोला-[[यूरोप]], [[पीला रंग|पीले रंग]] का गोला-[[एशिया]], [[काला रंग |काले रंग]] का गोला-[[अफ्रीका]], [[लाल रंग]] का गोला-[[अमेरिका]], [[हरा रंग |हरे रंग]] का गोला-[[ऑस्ट्रेलिया]] (ओसेनिया) का प्रतिनिधित्व करता है। | ||ओलंपिक झंडे में बने पांच गोले पांच महाद्वीपों को दर्शाते हैं- [[नीला रंग|नीले रंग]] का गोला-[[यूरोप]], [[पीला रंग|पीले रंग]] का गोला-[[एशिया]], [[काला रंग |काले रंग]] का गोला-[[अफ्रीका]], [[लाल रंग]] का गोला-[[अमेरिका]], [[हरा रंग |हरे रंग]] का गोला-[[ऑस्ट्रेलिया]] (ओसेनिया) का प्रतिनिधित्व करता है। | ||
{कैंपिंग के क्या उद्देश्य | {कैंपिंग के क्या उद्देश्य हैं? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-209 प्रश्न-65 | ||
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-व्यावहारिक कौशल | -व्यावहारिक कौशल सिखाना | ||
-सकारात्मक सोच विकसित करना | -सकारात्मक सोच विकसित करना | ||
-व्यक्तिगत संबंध स्थापित करना | -व्यक्तिगत संबंध स्थापित करना | ||
+ | +उपरोक्त सभी | ||
||कैंपिग का उद्देश्य छात्रों को व्यावहारिक कौशल | ||कैंपिग का उद्देश्य छात्रों को व्यावहारिक कौशल सिखाना, उनमें सकारात्मक सोच विकसित करना तथा उनमें व्यक्तिगत संबंध स्थापित करना है। कैंपिंग के माध्यम से छात्रों में व्यावहारिक गुण बहुतायत विकसित होते हैं। | ||
{मौलाना अबुल कलाम आजाद ट्रॉफी (माका) किसको दी जाती है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-219 प्रश्न-19 | {मौलाना अबुल कलाम आजाद ट्रॉफी (माका) किसको दी जाती है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-219 प्रश्न-19 | ||
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+विश्वविद्यालाय | +विश्वविद्यालाय | ||
-राज्य | -[[राज्य]] | ||
- | -खिलाड़ी | ||
- | -प्रशिक्षक | ||
||[[भारत]] के भूतपूर्व शिक्षा मंत्री [[ | ||[[भारत]] के भूतपूर्व शिक्षा मंत्री [[अबुलकलाम आज़ाद|मौलाना अबुल कलाम आजाद]] की पुण्य स्मृति में वर्ष [[1956]]-[[1957]] में मौलाना अबुल कलाम आजाद ट्रॉफी शुरू की गई। प्रति वर्ष दी जाने वाली यह ट्रॉफी उस विश्वविद्यालय को दी जाती है जिसने ऑल इंडिया विश्वविद्यालय टूर्नामेंट में ओवर ऑल अच्छा प्रदर्शन किया हो। | ||
{'लिम्बरिंग डाउन' कब करते हैं? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-230 प्रश्न-127 | {'लिम्बरिंग डाउन' कब करते हैं? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-230 प्रश्न-127 | ||
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+खेल के पश्चात | +खेल के पश्चात | ||
-खेल के बीच में | -खेल के बीच में | ||
-खेल से पहले तथा खेल के पश्चात | -खेल से पहले तथा खेल के पश्चात दोनों। | ||
||कूलिंग डाउन या लिम्बरिंग डाउन को वार्मिंग डाउन भी कहा जा सकता | ||कूलिंग डाउन या लिम्बरिंग डाउन को वार्मिंग डाउन भी कहा जा सकता है। किसी स्पर्धा/प्रतियोगिता या प्रशिक्षण के बाद, [[मानव शरीर|शरीर]] को फिर से सामान्य अवस्था में लाने को लिम्बरिंग डाउन या कूलिंग डाउन कहा जाता है। कूलिंग डाउन, शरीर का धीरे-धीरे थकावट या प्रयास की अवस्था से आराम या लगभग आराम की दशा में लाने की प्रक्रिया होती है। वास्तव में कूलिंग डाउन प्रशिक्षण एवं प्रतियोगिता के बाद एक आवश्यक क्रिया होती है। | ||
{शारीरिक शिक्षा के सिद्धांत निम्नलिखित में से किस पर ज्यादा आधारित हैं? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-205 प्रश्न-29 | {शारीरिक शिक्षा के सिद्धांत निम्नलिखित में से किस पर ज्यादा आधारित हैं? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-205 प्रश्न-29 | ||
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-अनुभव एवं सूझबूझ | -अनुभव एवं सूझबूझ | ||
- | -परम्पराएं एवं रीतियां | ||
+प्रक्रिया से संबंधित वैज्ञानिक नियम | +प्रक्रिया से संबंधित वैज्ञानिक नियम | ||
-दार्शनिक विचार | -दार्शनिक विचार | ||
||शारीरिक शिक्षा के सिद्धांत प्रक्तिया से संबंधित वैज्ञानिक नियमों पर मुख्यत: आधारित हैं। शारीरिक शिक्षा के सिद्धांत वैज्ञानिक मापदंडों के आधार पर विकसित किए गए हैं जिससे बालक का शारीरिक एवं मानसिक विकास साथ-साथ हो सके। | ||शारीरिक शिक्षा के सिद्धांत प्रक्तिया से संबंधित वैज्ञानिक नियमों पर मुख्यत: आधारित हैं। शारीरिक शिक्षा के सिद्धांत वैज्ञानिक मापदंडों के आधार पर विकसित किए गए हैं जिससे बालक का शारीरिक एवं मानसिक विकास साथ-साथ हो सके। | ||
{'लॉस्ट चाइल्ड' पुस्तक के लेखक कौन | {'लॉस्ट चाइल्ड' पुस्तक के लेखक कौन हैं? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-153 प्रश्न-36 | ||
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-[[प्रेमचंद]] | -[[प्रेमचंद]] | ||
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-[[जवाहरलाल नेहरू]] | -[[जवाहरलाल नेहरू]] | ||
+मुल्कराज आनंद | +मुल्कराज आनंद | ||
{शारीरिक शिक्षा के सिद्धांत निम्नलिखित में से किस पर ज्यादा आधारित हैं? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-205 प्रश्न-29 | {शारीरिक शिक्षा के सिद्धांत निम्नलिखित में से किस पर ज्यादा आधारित हैं? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-205 प्रश्न-29 | ||
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||शारीरिक शिक्षा के सिद्धांत प्रक्तिया से संबंधित वैज्ञानिक नियमों पर मुख्यत: आधारित हैं। शारीरिक शिक्षा के सिद्धांत वैज्ञानिक मापदंडों के आधार पर विकसित किए गए हैं जिससे बालक का शारीरिक एवं मानसिक विकास साथ-साथ हो सके। | ||शारीरिक शिक्षा के सिद्धांत प्रक्तिया से संबंधित वैज्ञानिक नियमों पर मुख्यत: आधारित हैं। शारीरिक शिक्षा के सिद्धांत वैज्ञानिक मापदंडों के आधार पर विकसित किए गए हैं जिससे बालक का शारीरिक एवं मानसिक विकास साथ-साथ हो सके। | ||
{रक्त के प्लाज्मा में [[जल]] होता है- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-153 प्रश्न-37 | {[[रक्त]] के प्लाज्मा में [[जल]] होता है- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-153 प्रश्न-37 | ||
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||[[रक्त]] एक तरल संयोजी [[ऊतक]] है। रक्त वाहिनियों में प्रवाहित होने वाला यह गाढ़ा, कुछ चिपचिपा, लाल रंग का द्रव्य एक जीवित ऊतक है। शरीर में उपस्थित कुल रक्त की मात्रा का लगभग 55 प्रतिशत तक प्लाज्मा होता है। प्लाज्मा में लगभग 90 से 92 प्रतिशत अंश जल का होता है। | ||[[रक्त]] एक तरल संयोजी [[ऊतक]] है। रक्त वाहिनियों में प्रवाहित होने वाला यह गाढ़ा, कुछ चिपचिपा, [[लाल रंग]] का द्रव्य एक जीवित ऊतक है। शरीर में उपस्थित कुल रक्त की मात्रा का लगभग 55 प्रतिशत तक प्लाज्मा होता है। प्लाज्मा में लगभग 90 से 92 प्रतिशत अंश जल का होता है। | ||
{मैराथन दौड़ में किसी धावक द्वारा तय की गई मानक दूरी होती है | {मैराथन दौड़ में किसी धावक द्वारा तय की गई मानक दूरी कितनी होती है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-161 प्रश्न-118 | ||
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+42.195 | +42.195 कि.मी. | ||
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-42.575 | -42.575 कि.मी. | ||
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||मैराथन दौड़ की दूरी 42.195 किमी. होती है, इसे लंबी दूरी दौड़ में सम्मिलित किया जाता है। | ||मैराथन दौड़ की दूरी 42.195 किमी. होती है, इसे लंबी दूरी दौड़ में सम्मिलित किया जाता है। | ||
{निम्नलिखित में से कौन [[मानव शरीर]] के लिए आवश्यक सूक्ष्म | {निम्नलिखित में से कौन [[मानव शरीर]] के लिए आवश्यक सूक्ष्म तत्त्व है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-177 प्रश्न-128 | ||
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-[[मैग्नीशियम]] | -[[मैग्नीशियम]] | ||
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+उपर्युक्त दोनों | +उपर्युक्त दोनों | ||
-उपर्युक्त में से कोई नहीं | -उपर्युक्त में से कोई नहीं | ||
||[[आयोडीन]], [[लोहा]], [[तांबा]], [[जस्ता]], [[कोबाल्ट]], [[मैंगनीज]], [[निकिल]] आदि [[मानव शरीर]] के लिए आवश्यक सूक्ष्म तत्त्व | ||[[आयोडीन]], [[लोहा]], [[तांबा]], [[जस्ता]], [[कोबाल्ट]], [[मैंगनीज]], [[निकिल]] आदि [[मानव शरीर]] के लिए आवश्यक सूक्ष्म तत्त्व हैं। | ||
{[[मानव शरीर]] के उपबंधी अस्थि पंजर में कितनी अस्थियां होती | {[[मानव शरीर]] के उपबंधी अस्थि-पंजर में कितनी अस्थियां होती हैं? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-185 प्रश्न-189 | ||
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||अस्थि पंजर को दो भागों में बांटा गया है- 1. ऐक्सियल अस्थियां और 2.एपेंडीकुलर या उपबंधी | ||अस्थि पंजर को दो भागों में बांटा गया है- 1. ऐक्सियल अस्थियां और 2.एपेंडीकुलर या उपबंधी अस्थियाँ। वयस्क [[मानव शरीर]] में ऐक्सियल अस्थियों की कुल संख्या 80 और एपेंडीकुलर अस्थियों की कुल संख्या 126 होती है। | ||
{'परसोना' शब्द किस भाषा से लिया गया | {'परसोना' शब्द किस भाषा से लिया गया है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-198 प्रश्न-99 | ||
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-[[उर्दू भाषा]] | -[[उर्दू भाषा]] | ||
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{[[ओलंपिक खेल|ओलंपिक खेलों]] का उत्सवीय ध्वज पहली बार कब प्रयोग में लाया गया? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-204 प्रश्न-20 | {[[ओलंपिक खेल|ओलंपिक खेलों]] का उत्सवीय ध्वज पहली बार कब प्रयोग में लाया गया? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-204 प्रश्न-20 | ||
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+ | +एंटवर्प [[1920]] | ||
-[[लंदन]] [[1908]] | -[[लंदन]] [[1908]] | ||
-पेरिस [[1900]] | -पेरिस [[1900]] | ||
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||बैरन डी कुबर्टिन के सुझाव पर वर्ष [[1913]] में ओलंपिक ध्वज का निर्माण किया गया। वर्ष [[1914]] में पेरिस में इसका उद्घाटन किया गया और प्रथम बार वर्ष 1920 में एंटवर्प ओलंपिक खेल के समय मैदान में फहराया गया। | ||बैरन डी कुबर्टिन के सुझाव पर वर्ष [[1913]] में ओलंपिक ध्वज का निर्माण किया गया। वर्ष [[1914]] में पेरिस में इसका उद्घाटन किया गया और प्रथम बार वर्ष 1920 में एंटवर्प ओलंपिक खेल के समय मैदान में फहराया गया। | ||
{कैंप के दौरान गाया जाने वाला- "सारे जहां से अच्छा" गीत लिखा? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-209 प्रश्न-66 | {कैंप के दौरान गाया जाने वाला- "सारे जहां से अच्छा" गीत किसने लिखा था? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-209 प्रश्न-66 | ||
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-[[जयदेव]] | -[[जयदेव]] | ||
+[[मोहम्मद | +[[मोहम्मद इक़बाल]] | ||
-[[बंकिम चंद्र चटर्जी]] | -[[बंकिम चंद्र चटर्जी]] | ||
-[[रबींद्रनाथ | -[[रबींद्रनाथ टैगोर]] | ||
||[[मोहम्मद | ||[[मोहम्मद इक़बाल]] अभिभाजित [[भारत]] के प्रसिद्ध [[कवि]], नेता और दार्शनिक थे। 'सारे जहां से अच्छा' देश-भक्ति के गीत के रूप में भारत में गाया जाता है। इसे अनौपचारिक रूप से भारत के राष्ट्रीय गीत का दर्जा प्राप्त है। इसे प्रसिद्ध शायर मोहम्मद इक़बाल ने वर्ष [[1905]] में लिखा था। [[पाकिस्तान]] में इन्हें राष्ट्रकवि माना जाता है। इनकी प्रमुख रचनाएं असरार-ए-खुदी, रूमुज-ए-बेखुदी और बंग-ए-दारा इत्यादि हैं। | ||
{[[द्रोणाचार्य पुरस्कार]] कौन-से वर्ष से आरंभ किया गया? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-219 प्रश्न-20 | {[[द्रोणाचार्य पुरस्कार]] कौन-से वर्ष से आरंभ किया गया? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-219 प्रश्न-20 | ||
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-तालमेल बढ़ाना | -तालमेल बढ़ाना | ||
+मनोरंजन उपलब्ध कराना तथा कला बढ़ाना | +मनोरंजन उपलब्ध कराना तथा कला बढ़ाना | ||
||'लीड-अप गेम' मनोरंजन उपलब्ध | ||'लीड-अप गेम' मनोरंजन उपलब्ध कराने तथा कला बढ़ाने में सहायक होते हैं। | ||
{शारीरिक शिक्षा महाविद्यालय Y.M.C.A. की स्थापना कब हुई? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-205 प्रश्न-30 | {शारीरिक शिक्षा महाविद्यालय Y.M.C.A. की स्थापना कब हुई? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-205 प्रश्न-30 | ||
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-[[1896]] | -[[1896]] | ||
-[[1914]] | -[[1914]] | ||
||शारीरिक शिक्षा महाविद्यालय Y.M.C.A. की स्थापना वर्ष [[1920]] में एच.सी. बक द्वारा की गई थी। यह कॉलेज तमिलनाडु शारीरिक शिक्षा एवं खेल विश्वविद्यालय से संबद्ध है। | ||शारीरिक शिक्षा महाविद्यालय Y.M.C.A. की स्थापना वर्ष [[1920]] में एच.सी.बक द्वारा की गई थी। यह कॉलेज 'तमिलनाडु शारीरिक शिक्षा एवं खेल विश्वविद्यालय' से संबद्ध है। | ||
{[[मानव शरीर|शरीर]] में सबसे बड़ी [[ग्रंथि]] है | {[[मानव शरीर|शरीर]] में सबसे बड़ी [[ग्रंथि]] कौन-सी है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-153 प्रश्न-38 | ||
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-लारग्रंथि | -लारग्रंथि | ||
+यकृत ग्रंथि | +[[यकृत|यकृत ग्रंथि]] | ||
-पिट्यूटरी ग्रंथि | -पिट्यूटरी ग्रंथि | ||
-थॉयराइड-ग्रंथि | -थॉयराइड-ग्रंथि | ||
||यकृत गहरे लाल-भूरे रंग की ग्रंथि है जो उदर के ऊपरी भाग में दाहिनी ओर अवस्थित होती है। यह [[मानव शरीर|शरीर]] की सबसे बड़ी [[ग्रंथि]] है। यह पित्त रस स्त्रावित करती है जो एक थैली में संग्रहित होता रहता है, इसे [[पित्ताशय]] कहते हैं। पित्त रस वसा के पाचन में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। | ||[[यकृत]] गहरे लाल-भूरे रंग की ग्रंथि है जो उदर के ऊपरी भाग में दाहिनी ओर अवस्थित होती है। यह [[मानव शरीर|शरीर]] की सबसे बड़ी [[ग्रंथि]] है। यह पित्त रस स्त्रावित करती है जो एक थैली में संग्रहित होता रहता है, इसे [[पित्ताशय]] कहते हैं। पित्त रस [[वसा]] के पाचन में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। | ||
{विश्व में शतरंज के खेल का नियंत्रण करने वाला निकाय (संस्था) है- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-162 प्रश्न-119 | {विश्व में शतरंज के खेल का नियंत्रण करने वाला निकाय (संस्था) है- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-162 प्रश्न-119 | ||
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||FIDE ( Federation International des Echecs) या वर्ल्ड चैस फेडरेशन की स्थापना [[20 जुलाई]], [[1924]] को [[फ्रांस]] की राजधानी पेरिस में हुई थी। जिसे अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक कमेटी ने [[1999]] में एक अंतर्राष्ट्रीय स्पोर्ट्स फेडरेशन के रूप में मान्यता दी। अब यह युवाओं, महिलाओं और वरिष्ठ वर्ग आदि समूहों के लिए 40 से अधिक प्रकार की शतरंज प्रतियोगिताएं कराने वाली विश्व की एक बड़ी स्पोर्ट्स संस्था बन चुकी है। | ||FIDE ( Federation International des Echecs) या वर्ल्ड चैस फेडरेशन की स्थापना [[20 जुलाई]], [[1924]] को [[फ्रांस]] की राजधानी पेरिस में हुई थी। जिसे अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक कमेटी ने [[1999]] में एक अंतर्राष्ट्रीय स्पोर्ट्स फेडरेशन के रूप में मान्यता दी। अब यह युवाओं, महिलाओं और वरिष्ठ वर्ग आदि समूहों के लिए 40 से अधिक प्रकार की शतरंज प्रतियोगिताएं कराने वाली विश्व की एक बड़ी स्पोर्ट्स संस्था बन चुकी है। | ||
{ | {निम्न में से कौन [[इंसुलिन]] की हरकत को उतेजित करता है और जिसकी कमी से [[मधुमेह]] (डायबिटीज) हो सकता है, जोकि पनीर, शीरा और हरी फूलगोभी में पाया जाता है? (शारीरिक शिक्षा, पृ.सं -177 प्रश्न-129 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[कोबाल्ट]] | -[[कोबाल्ट]] | ||
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+[[क्रोमियम]] | +[[क्रोमियम]] | ||
-[[फॉस्फोरस]] | -[[फॉस्फोरस]] | ||
||[[मानव शरीर]] [[क्रोमियम]] [[इंसुलिन]] की क्रिया को उत्तेजित करता है। इसकी कमी | ||[[मानव शरीर]] [[क्रोमियम]] [[इंसुलिन]] की क्रिया को उत्तेजित करता है। इसकी कमी [[मधुमेह]] का कारण हो सकती है। यह पनीर, [[आलू]], हरी फूलगोभी (ब्रॉकोली), शीरा, लहसुन आदि में पाया जाता है। | ||
{निम्नलिखित में से किस काल में प्राण और नाड़ियां चर्चा के महत्त्वपूर्ण विषय है और 'योग' शब्द का प्रयोग तकनीकी अर्थ में किया गया है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-185 प्रश्न-190 | {निम्नलिखित में से किस काल में प्राण और नाड़ियां चर्चा के महत्त्वपूर्ण विषय है और 'योग' शब्द का प्रयोग तकनीकी अर्थ में किया गया है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-185 प्रश्न-190 | ||
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{अंतर्मुर्खी व्यक्तित्व वाले व्यक्ति रुचि रखते हैं- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-198 प्रश्न-100 | {अंतर्मुर्खी व्यक्तित्व वाले व्यक्ति रुचि रखते हैं- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-198 प्रश्न-100 | ||
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-अन्य व्यक्तियों | -अन्य व्यक्तियों | ||
+स्वयं अपने | +स्वयं अपने | ||
-सामाजिक कार्यों | -सामाजिक कार्यों | ||
-शारीरिक कार्यों | -शारीरिक कार्यों | ||
||अंतर्मुखी व्यक्तित्व वाले व्यक्ति स्वयं अपने में रुचि रखते हैं। वे स्वयं का प्रतिचित्रण पसंद करते हैं, विभिन्न विचारों का विश्लेषण करते हैं तथा वे सामाजिक गतिविधियों के स्थान पर एकांत गतिविधियां पसंद करते हैं। बहिर्मुखी व्यक्ति इसके विपरीत होते हैं। वे सामाजिक गतिविधियां करना पसंद करता हैं। | ||अंतर्मुखी व्यक्तित्व वाले व्यक्ति स्वयं अपने में रुचि रखते हैं। वे स्वयं का प्रतिचित्रण पसंद करते हैं, विभिन्न विचारों का विश्लेषण करते हैं तथा वे सामाजिक गतिविधियों के स्थान पर एकांत गतिविधियां पसंद करते हैं। बहिर्मुखी व्यक्ति इसके विपरीत होते हैं। वे सामाजिक गतिविधियां करना पसंद करता हैं। | ||
{बच्चों की शारीरिक वृद्धि बहुत | {बच्चों की शारीरिक वृद्धि बहुत तेज़ होती है- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-203 प्रश्न-21 | ||
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+तीन वर्ष की आयु तक | +तीन वर्ष की आयु तक | ||
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-13 से 19 वर्ष की आयु तक | -13 से 19 वर्ष की आयु तक | ||
-19 से 25 वर्ष की आयु तक | -19 से 25 वर्ष की आयु तक | ||
||बच्चों को शारीरिक वृद्धि तीन वर्ष की आयु तक बहुत | ||बच्चों को शारीरिक वृद्धि तीन वर्ष की आयु तक बहुत तेज़ होती है। इस उम्र में बच्चों का शारीरिक विकास एवं वृद्धि अस्थियों के जुड़ने के कारण सर्वाधिक होती है। | ||
{निम्न में से किसने अपने कथन में | {निम्न में से किसने अपने कथन में खेल के शब्द को मनोरंजन का यथेष्ट रूप कहा है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-209 प्रश्न-67 | ||
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-टी.पी. नन | -टी.पी. नन | ||
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-पी.एम. जोसेफ | -पी.एम. जोसेफ | ||
-जॉन दवे | -जॉन दवे | ||
{[[कुश्ती]] में सर्वप्रथम [[अर्जुन पुरस्कार|अर्जुन अवॉर्ड]] प्राप्त करने वाला कौन था? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-219 प्रश्न-21 | {[[कुश्ती]] में सर्वप्रथम [[अर्जुन पुरस्कार|अर्जुन अवॉर्ड]] प्राप्त करने वाला कौन था? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-219 प्रश्न-21 |
13:12, 4 जनवरी 2017 का अवतरण
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