नया उदासीन अखाड़ा (सिक्ख)

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रविन्द्र प्रसाद (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 11:56, 23 सितम्बर 2021 का अवतरण (''''नया उदासीन अखाड़ा''' (अंग्रेज़ी: ''Naya Udasin Akhada'') उदासीन स...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें

नया उदासीन अखाड़ा (अंग्रेज़ी: Naya Udasin Akhada) उदासीन सम्प्रदाय से सम्बंधित है। अखाड़े का प्रमुख केंद्र कनखल, हरिद्वार में हैं अखाड़े का पंजीकरण ईसवी सन 1902 में हुआ था। इसकी विशेषता यह है कि इस अखाड़े में केवल छठी बख्शीश के श्री संगत देव जी की परंपरा के साधु सम्मिलित हैं। समूचे देश में करीब 700 डेरे हैं।

  • सन 1902 में उदासीन साधुओं में मतभेद हो जाने के कारण महात्मा सूरदास जी की प्रेरणा से एक अलग संगठन बनाया गया, जिसका नाम उदासीन पंचायती नया अखाड़ा रखा गया। इस अखाड़े में केवल संगत साहब की परंपरा के ही साधु सम्मिलित हैं। इस अखाड़े का पंजीयन 6 जून, 1913 को करवाया गया था।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख