सांगली

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सांगली मन्दिर

सांगली दक्षिण-पश्चिमी भारत के दक्षिणी महाराष्ट्र राज्य में स्थित है। यह नगर पुणे-बैंगलोर रेलमार्ग पर कोल्हापुर के पूर्व में कृष्णा नदी के किनारे स्थित है। यह भूतपूर्व सांगली राज्य (1761-1947) की राजधानी था। महाराष्‍ट्र के इस नगर को हल्‍दी सिटी के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि यहाँ हल्दी की पैदावार बहुत अधिक मात्रा में होती है। सांगली का अर्थ है- "साहा गली" यानि "छ: गली"। पुराने समय में सांगली शहर को 'नाट्यपानधारी' के रूप में जाना जाता था, जो कि मराठी नाटक का जन्‍म स्‍थान है।

भूतपूर्व रियासत

सांगली के पास स्थित एक छोटा-सा शहर 12वीं सदी में चालुक्य साम्राज्य की जागीर हुआ करता था। अंग्रेज़ों के राज के तहत सांगली को ग्यारह तोपों की रियासत बनाया गया था। इसे मराठों के शासन के दौरान मराठा जागीर मान लिया गया और अच्‍छी तरह से इसका प्रशासन आदि किया गया। आज़ादी से पहले सांगली पर पटवर्धन शाही परिवार का शासन हुआ करता था। आज सांगली में कई नामचीन हस्तियों के घर भी है, जैसे- आर. आर. पाटिल, सुर सम्राज्ञी आशा भोंसले और वसंतदादा पाटिल।[1]

पर्यटन स्थल

सांगली में कई मंदिर, पुल और वन्‍यजीव अभयारण्‍य हैं। यहाँ स्थित 'सागरेश्‍वर वन्‍यजीव अभयारण्‍य' पर्यटकों के लिए एक विशेष आकर्षण का केंद्र है, जहाँ 52 प्रजातियों का निवास स्‍थान है। इसके साथ ही अभयारण्य क्षेत्र में कई मंदिर और पूजा करने वाले स्‍थान भी हैं। यहाँ का गणपति मंदिर और संगमेश्‍वर मंदिर क्षेत्र के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से हैं। काले पत्‍थर से बने यह मंदिर दो एकड़ से अधिक के क्षेत्र में फैले हुए हैं। भगवान शिव को समर्पित इन दोनों मंदिरों में शुभ अवसर पर हज़ारों भक्त दर्शनों के लिए आते हैं। हिन्दू पंचांग के अनुसार सावन के महीने के समय संगमेश्‍वर मंदिर में विशेष पूजा का आयोजन किया जाता है। सांगली में कई मंदिरों में दर्शन करने के बाद सर्वधर्म का भाव रखने वाले पर्यटक प्रसिद्ध "मिराज दरगाह" को भी देख सकते हैं। यहाँ का सांगली क़िला एक प्रतिष्ठित क़िला है, जो वर्तमान समय में ज़िलाधिकारी कार्यालय बन गया है। ट्रैकिंग के शौकीन यहाँ आकर अपने शौक़ को पूरा कर सकते हैं, जिसके लिए डेनडोबा पहाड़ी एक बेहतरीन विकल्प है।

व्यापार और उद्योग

सांगली का तिलहन और हल्दी का बाज़ार भारत की सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण मंडियों में से एक है। शहर के उद्योगों में सूती वस्त्र, तेल मिलें और पीतल व तांबे के सामान के निर्माण से जुड़े कारख़ाने शामिल हैं। सांगली सुनारों का पारंपरिक केंद्र है। यहाँ की चीनी मिल अग्रणी चीनी प्रसंस्करण इकाई के रूप में गिनी जाती है। महाराष्ट्र का सांगली नगर एशिया का सबसे बड़ा हल्दी उत्‍पादक क्षेत्र है। यह एक सर्वविदित तथ्‍य है कि सांगली एक व्यापारिक केन्द्र भी है, यहाँ हर तरीके की ख़रीददारी की जा सकती है। महिलाएँ आभूषणों और गहनों को अर्न्‍तराष्‍ट्रीय दामों में अच्‍छी गुणवत्ता और पसंद के हिसाब से ले सकती हैं। परिधान क्षेत्र में सांगली का कोई तोड़ नहीं है। यहाँ कपड़े ख़रीदने के लिए थोक और फुटकर बाज़ार लगता है। उच्‍च गुणवत्ता के कपड़े ख़रीदने के लिए शापिंग मॉल भी हैं। कपड़े, जूते और सौन्दर्य आदि का सामान ख़रीदने के लिए मारूती रोड सबसे सही जगह है। यहाँ संगीत के वाद्ययंत्र आदि ख़रीदने के लिए मिराज बाज़ार अच्छा है।

कृषि

सांगली के आसपास का इलाका कृषि उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है। ज्वार, गेहूँ और दलहन यहाँ की मुख्य फ़सलें हैं। हल्दी की फ़सल तो पूरे देश के व्यापक बाज़ार पर नियंत्रण रखती है। तसगां क्षेत्र की विशेषता यहाँ के अंगूर हैं, जिसका एक बड़ा बाज़ार है। गन्ना मुख्य सिंचित फ़सल है, जिसने अनेक स्थानों की चीनी मिलों की उन्नति में सहायता की है।

शिक्षा तथा स्वास्थ्य

विद्यालयों, तकनीकी संस्थानों और 'शिवाजी विश्वविद्यालय', कोल्हापुर से संबद्ध कला, विज्ञान और प्रौद्योगिकी महाविद्यालय वाला सांगली एक महत्त्वपूर्ण शैक्षणिक केंद्र है। कृष्णा नदी के तट को छोड़कर सांगली का विस्तार सभी दिशाओं में तेज़ीसे हो रहा है। पूर्व में सांगली और मिराज के मिलने से एक विशाल शहरी संकेंद्रण निर्मित होता है। मिराज भी एक भूतपूर्व रियासत की राजधानी था। यह वाद्य यंत्रों के निर्माण के लिए विख्यात है। सांगली शहर में ‘मिराज मेडिकल सेंटर’ ने अपनी बेहतरीन स्वास्थ्य सेवा से इस क्षेत्र को प्रसिद्धि दिलाई है।

परिवहन

  • मिराज एक रेलवे जंक्शन है, जहाँ से निकली शाखाएँ पश्चिम में कोल्हापुर और पूर्व में कुर्दुवर्दी की छोटी लाइन को बड़ी लाइन में बदलने का कार्य निर्माणाधीन है।
  • सांगली सड़क द्वारा और रेलवे द्वारा बड़े नगरों से सम्बद्ध है।

पर्यटन

  • यहाँ स्थित मीर साहेब औलिया की दरग़ाह दूर-दूर तक मशहूर है।
  • सांगली का गणपति मंदिर श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र है।

जनसंख्या

2001 की जनगणना के अनुसार सांगली की जनसंख्या नगर निगम क्षेत्र की 4,36,639 और ज़िले की कुल जनसंख्या 25,81,835 है।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. सांगली (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 29 जनवरी, 2013।

बाहरी कड़ियाँ

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