अर्दल में रहना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।
अर्थ- दरबारदारी करना, आधीनता में रहना।
प्रयोग- कालेज के माने हुए गुंडे उसकी अर्दल में रहते थे।(अश्क)