भड़क जाना

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भड़क जाना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।

अर्थ- आशंका, विरोध, भय आदि के कारण क्रुद्ध हो जाना।

प्रयोग- मैंने तो चंपा से अभी कुछ पूछा भी नहीं, तुम तो उसे जानती हो, कहीं इसे देखकर भड़क गई तब। (शिवानी)

टीका टिप्पणी और संदर्भ

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