कंपनी - संज्ञा स्त्रीलिंग (अंग्रेज़ी)[1]
1. व्यापारियों का वह समूह जो अपने संयुक्त धन से नियमानुसार व्यापार करता हो।
2. इंग्लैंड के व्यापारियों का वह समूह जो सन 1600 ई. में बना था।
विशेष- रानी एलीजवेथ प्रथम की आज्ञा पाकर इस समूह ने भारतवर्ष में व्यापार करना प्रारंभ किया। इसने यहाँ पहले कोठियाँ बनाईं, फिर जमींदारी खरीदी और बढ़ते बढ़ते देश के बहुत से प्रांतों पर अधिकार कर लिया।
यौगिक - कंपनी कागद = प्रामिसरी नोट।
3. सेना का वह भाग जिसमें 1500 सैनिक होते हैं।
4. मंडली। जत्था।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 727 |
संबंधित लेख
|