कँटिया - संज्ञा स्त्रीलिंग (संस्कृत कण्टकी, कण्टकिका, हिन्दी काँटी)[1]
1. काँटी। छोटी कील।
2. मछली मारने की पतली नोकदार अँकुसी।
3. अँकुसियों का गुच्छा जिससे कुएं में गिरी हुई चीजें गगरा, रस्सा आदि निकालते हैं।
4. किसी प्रकार की अँकुसी जिससे वस्तु फँसाई या उलझाई जाये।
5. एक प्रकार का गहना जो सिर पर पहना जाता है।
6. इमली की वे छोटी फलियाँ जिनमें बीज न पड़े हों। कतुली।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 730 |
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