कँठला

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कँठला - (काव्य प्रयोग, पुरानी हिन्दी) (हिन्दी कंठ + ला प्रत्यय)[1]

गले में पहनने का बच्चों का एक गहना।

उदाहरण-

मणि गन कँठला कंठ, मद्धि केहरि नख सोहत। - पृथ्वीराज रासो[2]


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 731 |
  2. पृथ्वीराज रासो, 1।717, खंड 5, सम्पादक मोहनलाल विष्णुलाल पंड्या, श्यामसुंदरदास, नागरी प्रचारिणी सभा, काशी, प्रथम संस्करण

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