शिल्पी गोयल (वार्ता | योगदान) No edit summary |
No edit summary |
||
पंक्ति 6: | पंक्ति 6: | ||
*दम्पति निस्सन्तान थे, अत: कर्ण का पुत्र की भाँति भरण-पोषण किया। | *दम्पति निस्सन्तान थे, अत: कर्ण का पुत्र की भाँति भरण-पोषण किया। | ||
{{संदर्भ |कर्ण|आदि पर्व महाभारत}} | {{संदर्भ |कर्ण|आदि पर्व महाभारत}} | ||
{{प्रचार}} | |||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{महाभारत}}{{महाभारत2}}{{पौराणिक चरित्र}} | {{महाभारत}}{{महाभारत2}}{{पौराणिक चरित्र}} |
08:30, 14 जून 2011 का अवतरण
- अंग वंश में उत्पन्न सत्कर्मा के पुत्र थे।
- इनकी पत्नी का नाम राधा था।
- ये धृतराष्ट्र के सखा और सारथी थे।
- कर्ण को पाल-पोसकर इन्होंने ही बड़ा किया था।
- कर्ण के जन्म ग्रहण करते ही कुन्ती ने उन्हें एक मंजूषा में रखकर गंगा में प्रवाहित कर दिया। यह पेटी अधिरथ और राधा को गंगा में जल-क्रीडा करते समय मिली।
- दम्पति निस्सन्तान थे, अत: कर्ण का पुत्र की भाँति भरण-पोषण किया।
अधिरथ का उल्लेख इन लेखों में भी है: कर्ण एवं आदि पर्व महाभारत
संबंधित लेख
|