कचा

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कचा - संज्ञा स्त्रीलिंग (संस्कृत)[1]

1. हथिनी।

2. शोभा। सौन्दर्य[2]

कचा - (काव्य प्रयोग, पुरानी हिन्दी) विशेषण (हिन्दी कच्चा)

कच्चा।

उदाहरण-

अद्भुत नर्तक नहिं कछु कचै। सर्प फननि पर तांडव नचे। - नंददास ग्रंथावली[3]


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 738 |
  2. अन्य कोश
  3. नंददास ग्रंथावली, पृष्ठ 281, सम्पादक ब्रजरत्नदास, नागरी प्रचारिणी सभा, काशी, प्रथम संस्करण

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