कचा
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रविन्द्र प्रसाद (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 09:25, 2 नवम्बर 2021 का अवतरण (''''कचा''' - संज्ञा स्त्रीलिंग (संस्कृत)<ref>{{पुस्तक स...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
कचा - संज्ञा स्त्रीलिंग (संस्कृत)[1]
1. हथिनी।
2. शोभा। सौन्दर्य[2]।
कचा - (काव्य प्रयोग, पुरानी हिन्दी) विशेषण (हिन्दी कच्चा)
कच्चा।
उदाहरण-
अद्भुत नर्तक नहिं कछु कचै। सर्प फननि पर तांडव नचे। - नंददास ग्रंथावली[3]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 738 |
- ↑ अन्य कोश
- ↑ नंददास ग्रंथावली, पृष्ठ 281, सम्पादक ब्रजरत्नदास, नागरी प्रचारिणी सभा, काशी, प्रथम संस्करण
संबंधित लेख
|