ठाकुर बद्रीजन ऋषिनाथ के पुत्र और देवकीनन्दन के आश्रित कवि थे। इन्होंने ‘सतसई वर्णनार्थ देवकीनन्दन टीका’ लिखी थी। इनके 'कवित्त' और 'सवैये' बुन्देलखण्डी ठाकुर कवि की रचनाओं में मिलते हैं।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ काशी कथा, साहित्यकार (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 10 जनवरी, 2014।