यामिनी कृष्णमूर्ति
यामिनी कृष्णमूर्ति
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पूरा नाम | मुंगरा यामिनी कृष्णमूर्ति |
प्रसिद्ध नाम | यामिनी कृष्णमूर्ति |
जन्म | 20 दिसंबर, 1940 |
जन्म भूमि | मदनपल्ली, चित्तूर, आंध्र प्रदेश |
कर्म भूमि | भारत |
कर्म-क्षेत्र | भारतीय शास्त्रीय नृत्य |
पुरस्कार-उपाधि | 'पद्म श्री' (1968) पद्म भूषण (2001) |
प्रसिद्धि | शास्त्रीय नृत्यांगना |
नागरिकता | भारतीय |
अन्य जानकारी | यामिनी कृष्णमूर्ति को तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम की 'अस्थाना नर्तकी' अर्थात 'निवासी नर्तकी' होने का सम्मान प्राप्त है। |
मुंगरा यामिनी कृष्णमूर्ति (अंग्रेज़ी: Mungara Yamini Krishnamurthy, जन्म- 20 दिसंबर, 1940) प्रसिद्ध भारतीय शास्त्रीय नृत्यांगना हैं। उन्होंने भरतनाट्यम तथा कुचिपुड़ी में ख्याति प्राप्त की है। यामिनी कृष्णमूर्ति ने अपनी आत्मकथा "ए पैशन फ़ॉर डांस" एक पुस्तक जारी की थी।
परिचय
यामिनी कृष्णमूर्ति का जन्म 20 दिसंबर, 1940 को हुआ था। बह भरतनाट्यम और कुचिपुड़ी नृत्य की भारतीय नर्तकी हैं। यामिनी कृष्णमूर्ति को सन 2001 में भारत सरकार ने कला क्षेत्र में 'पद्म भूषण' से सम्मानित किया था। यामिनी कृष्णमूर्ति का जन्म मदनपल्ली, चित्तूर जिले, आंध्र प्रदेश में हुआ था। वह अर्ध चंद्रमा की रात को पैदा हुई थीं। उनके दादा ने उनका नाम यामिनी पूर्णातिलाका रखा था, जिसका अर्थ है- "रात के भौंह पर एक पूर्ण चिह्न"। उन्हें चिदंबरम, तमिलनाडु में लाया गया था। उसकी मातृभाषा तेलुगु है।
कॅरियर
यामिनी कृष्णमूर्ति ने 1957 में मद्रास में डेब्यू किया था। उन्हें तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम की 'अस्थाना नर्तकी' अर्थात 'निवासी नर्तकी' होने का सम्मान प्राप्त है। कुछ आलोचकों ने देखा है कि यामिनी कृष्णमूर्ति का नृत्य लयबद्ध व्यक्ति को दर्शाता है। वह कुचिपुड़ी नृत्य के "मशाल वाहक" के रूप में भी जानी जाती थीं।
पुरस्कार
यामिनी कृष्णमूर्ति के नृत्य कॅरियर ने उन्हें कई पुरस्कार दिए हैं, जिनमें शामिल हैं-
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