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*याज्ञवल्क्य [[प्राचीन भारत]] के | *याज्ञवल्क्य [[प्राचीन भारत]] के महान् विचारक तथा मेधावी विद्वान् थे।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=ऐतिहासिक स्थानावली|लेखक=विजयेन्द्र कुमार माथुर|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर|संकलन= भारतकोश पुस्तकालय|संपादन= |पृष्ठ संख्या=778|url=}}</ref> | ||
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11:10, 1 अगस्त 2017 के समय का अवतरण
रमौल बिहार के ऐतिहासिक स्थानों में से एक है। यह कमतौल स्टेशन से लगभग तीन मील दूर स्थित एक छोटा-सा ग्राम है।
- इस ग्राम के निकट ही वट वृक्षों का एक वन है। कहा जाता है कि मिथिला नरेश जनक की सभा के रत्न महर्षि याज्ञवल्क्य का आश्रम इसी स्थान पर था।
- याज्ञवल्क्य प्राचीन भारत के महान् विचारक तथा मेधावी विद्वान् थे।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 778 |