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*डॉ. स्पूनर के मत में [[मौर्य]] सम्राट [[चंद्रगुप्त मौर्य]] (320 ई. पू.) का प्रसिद्ध राजप्रसाद, जिसके भव्य सौंदर्य का वर्णन [[मेगस्थनीज़]] ने किया है, वर्तमान कुमरार के स्थान पर ही था।
*डॉ. स्पूनर के मत में [[मौर्य]] सम्राट [[चंद्रगुप्त मौर्य]] (320 ई. पू.) का प्रसिद्ध राजप्रसाद, जिसके भव्य सौंदर्य का वर्णन [[मेगस्थनीज़]] ने किया है, वर्तमान कुमरार के स्थान पर ही था।
*इस स्थान से उत्खनन द्वारा राजप्रसाद के कुछ [[अवशेष]] प्रकाश में लाए गए हैं।
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*कुमरार, कुसुमपुर का अपभ्रंश जान पड़ता है।
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==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
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==संबंधित लेख==
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07:31, 22 अक्टूबर 2012 के समय का अवतरण

कुमरार गाँव पटना, (बिहार) के निकट एक ग्राम है, जो स्टेशन से 8 मील (लगभग 12.8 कि.मी.) की दूरी पर पश्चिम में स्थित है। अब यह पटना का ही एक भाग बन गया है।[1]

  • डॉ. स्पूनर के मत में मौर्य सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य (320 ई. पू.) का प्रसिद्ध राजप्रसाद, जिसके भव्य सौंदर्य का वर्णन मेगस्थनीज़ ने किया है, वर्तमान कुमरार के स्थान पर ही था।
  • इस स्थान से उत्खनन द्वारा राजप्रसाद के कुछ अवशेष प्रकाश में लाए गए हैं।
  • कुमरार, कुसुमपुर का अपभ्रंश जान पड़ता है।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |पृष्ठ संख्या: 202 |

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