"माधव, मोह-पास क्यों छूटै -तुलसीदास" के अवतरणों में अंतर
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माधव, मोह-पास क्यों छूटै। | माधव, मोह-पास क्यों छूटै। | ||
− | बाहर कोट उपाय करिय अभ्यंतर ग्रन्थि न | + | बाहर कोट उपाय करिय अभ्यंतर ग्रन्थि न छूटै॥1॥ |
घृतपूरन कराह अंतरगत ससि प्रतिबिम्ब दिखावै। | घृतपूरन कराह अंतरगत ससि प्रतिबिम्ब दिखावै। | ||
− | ईंधन अनल लगाय कल्पसत औंटत नास न पावै | + | ईंधन अनल लगाय कल्पसत औंटत नास न पावै व2॥ |
तरु-कोटर मँह बस बिहंग तरु काटे मरै न जैसे। | तरु-कोटर मँह बस बिहंग तरु काटे मरै न जैसे। | ||
− | साधन करिय बिचारहीन मन, सुद्ध होइ नहिं | + | साधन करिय बिचारहीन मन, सुद्ध होइ नहिं तैसे॥3॥ |
अंतर मलिन, बिषय मन अति, तन पावन करिय पखारे। | अंतर मलिन, बिषय मन अति, तन पावन करिय पखारे। | ||
− | मरै न उरक अनेक जतन बलमीकि बिबिध बिधि | + | मरै न उरक अनेक जतन बलमीकि बिबिध बिधि मारे॥4॥ |
तुलसीदास हरि गुरु करुना बिनु बिमल बिबेक न होई। | तुलसीदास हरि गुरु करुना बिनु बिमल बिबेक न होई। | ||
− | बिनु बिबेक संसार-घोरनिधि पार न पावै | + | बिनु बिबेक संसार-घोरनिधि पार न पावै कोई॥5॥ |
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11:21, 1 नवम्बर 2014 के समय का अवतरण
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माधव, मोह-पास क्यों छूटै। |
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