उत्तर मथुरा
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यशी चौधरी (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 07:09, 16 मई 2018 का अवतरण (''''उत्तर मथुरा''' बौध्दकालीन भारत के मथुरा य...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
उत्तर मथुरा बौध्दकालीन भारत के मथुरा या मधुरा नाम की दो नगरियों में से एक है। एक उत्तर की प्रसिध्द मथुरा, दूसरी वर्तमान मदुरा (मद्रास) जो पांड्य देश की राजधानी थी।
- हरिषेण ने बृहत्कथा-कोश-कथानक, 21 में उत्तर मथुरा को भरत-क्षेत्र या उत्तरी भारत में माना है।
- घटजातक में उत्तर-मथुरा के राजा महासागर और उसके पुत्र सागर का उल्लेख है। सागर श्रीकृष्ण का समकालीन था।[1]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 92 |