सागरताल ग्वालियर

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ग्वालियर का सागरताल सबसे प्राचीन ताल माना जाता है। यह लगभग एक हज़ार वर्ष पुराना है। सिंधिया राजवंश द्वारा समय-समय पर इसकी मरम्मत व सुरक्षा की जाती रही है।

  • वर्तमान में सागरताल में छ: बारादरी व चार छतरियाँ बनी हुई हैं। इनमें कई आदमी एक साथ बैठ सकते हैं।
  • अब इस ताल में जलमंजनी फैली हुई है तथा इसका जल भी काई की वजह से हरा हो गया है।
  • सागरताल के चारों ओर घनी झाड़ियाँ उगी हुई हैं तथा लोग यहाँ ताजियों व मूर्तियों का विसर्जन भी करते हैं, इस कारण ताल में गंदगी व्याप्त है।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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