"जहाज़ महल": अवतरणों में अंतर
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*जहाज़ महल अपनी मेहराबी दीवारों, छाये हुए मण्डपों एवं सुन्दर तालाबों के कारण [[मांडू]] की सुन्दर इमारतों में स्थान रखता है। | *जहाज़ महल अपनी मेहराबी दीवारों, छाये हुए मण्डपों एवं सुन्दर तालाबों के कारण [[मांडू]] की सुन्दर इमारतों में स्थान रखता है। | ||
*डॉ. राधा कुमुद मुखर्जी ने जहाज़ महल एवं हिंडोला महल की प्रशंसा में लिखा है कि "मांडू के हिंडोला महल, जहाज़ महल [[मध्यकालीन भारत]] की वास्तुकला के सर्वश्रेष्ठ उदाहरण हैं। इनमें इस्लामी प्रभावजन्य संरचनात्मक आधार की भव्यता अति विशालता तथा [[हिन्दू]] अलंकरण की सुन्दरता, परिष्कृति व सुक्ष्मता का विवेकपूर्ण समन्वय है।" | *डॉ. राधा कुमुद मुखर्जी ने जहाज़ महल एवं [[हिंडोला महल मांडू|हिंडोला महल]] की प्रशंसा में लिखा है कि "मांडू के हिंडोला महल, जहाज़ महल [[मध्यकालीन भारत]] की वास्तुकला के सर्वश्रेष्ठ उदाहरण हैं। इनमें इस्लामी प्रभावजन्य संरचनात्मक आधार की भव्यता अति विशालता तथा [[हिन्दू]] अलंकरण की सुन्दरता, परिष्कृति व सुक्ष्मता का विवेकपूर्ण समन्वय है।" | ||
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13:34, 17 अगस्त 2013 का अवतरण

जहाज़ महल मांडू, मध्य प्रदेश में स्थित है। इसका निर्माण ग़यासुद्दीन ख़िलजी के समय में किया गया था। जहाज़ महल अपनी सुन्दर महराबों, मण्डपों आदि के कारण बहुत प्रसिद्ध है। इसमें हिन्दू अलंकरणों का प्रयोग बड़े ही ख़ास प्रकार से किया गया है।
- जहाज़ महल 'कपूर तालाब' एवं 'मुंजे तालाब' के मध्य में स्थित है।
- तालाब के जल में यह महल जहाज़ की तरह दिखाई देता है।
- जहाज़ महल अपनी मेहराबी दीवारों, छाये हुए मण्डपों एवं सुन्दर तालाबों के कारण मांडू की सुन्दर इमारतों में स्थान रखता है।
- डॉ. राधा कुमुद मुखर्जी ने जहाज़ महल एवं हिंडोला महल की प्रशंसा में लिखा है कि "मांडू के हिंडोला महल, जहाज़ महल मध्यकालीन भारत की वास्तुकला के सर्वश्रेष्ठ उदाहरण हैं। इनमें इस्लामी प्रभावजन्य संरचनात्मक आधार की भव्यता अति विशालता तथा हिन्दू अलंकरण की सुन्दरता, परिष्कृति व सुक्ष्मता का विवेकपूर्ण समन्वय है।"
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