भावसेन त्रैविद्य

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 16:49, 14 सितम्बर 2010 का अवतरण (Text replace - "==सम्बंधित लिंक==" to "==संबंधित लेख==")
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें

आचार्य भावसेन त्रैविद्य

  • ये विक्रम सम्वत 12वीं, 13वीं शताब्दी के जैन नैयायिक हैं।
  • इनकी उपलब्ध एकमात्र कृति 'विश्वतत्त्वप्रकाश' है।
  • इसका प्रकाशन जीवराज जैन ग्रन्थमाला, सोलापुर से हो चुका है।
  • यह बृहद ग्रन्थ महत्त्वपूर्ण और बोधप्रद है।

संबंधित लेख