"यशकीर्ति" के अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
(कोई अंतर नहीं)
|
10:06, 13 मई 2020 के समय का अवतरण
यशकीर्ति जैन भट्टारक थे। 'पाण्डवपुराण', 'हरिवंशपुराण', 'आदित्यरकथा' और 'जिनरात्रिकथा' इनकी मुख्य कृतियाँ हैं। इन्होंने महाकवि स्वयंभू के खण्डित और जीर्ण-शीर्ण हरिवंशपुराण का उद्धार ग्वालियर के पास पनिहार जिन चैत्यालय में बैठकर किया था।
|
|
|
|
|