दसरथ देब
दसरथ देब (अंग्रेज़ी: Dasarth Deb, जन्म- 2 फ़रवरी, 1916; मृत्यु- 14 अक्टूबर, 1998) भारतीय राजनीतिक दल मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के राजनीतिज्ञ थे। वह त्रिपुरा के भूतपूर्व आठवें मुख्यमंत्री थे। दसरथ देब 10 अप्रॅल, 1993 से 11 मार्च, 1998 तक त्रिपुरा के मुख्यमंत्री रहे। वह 1952, 1957, 1962 और 1971 में लोक सभा के लिए चुने गए थे। वह 'अखिल भारतीय किसान सभा' के उपाध्यक्ष और त्रिपुरा के पहले और एकमात्र आदिवासी मुख्यमंत्री रहे।
परिचय
दशरथ देब का जन्म त्रिपुरा के खोवाई ज़िले के बोलताल में 2 फ़रवरी, 1916 को हुआ था। बंगाली परिवार में जन्मे दशरथ देव भारतीय राज्य त्रिपुरा के राजनीतिक नेता थे, जो आम लोगों के बीच काफ़ी लोकप्रिय थे। 1948 में उन्होंने 'गणमुक्ति परिषद' का गठन किया, जो 1948-1950 से सशस्त्र संघर्ष में लगी हुई थी। 1950 में वह अपने अनुयायियों के साथ भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी में शामिल हुए। 1951 में दशरथ देब पार्टी की केंद्रीय समिति का सदस्य बन गए। 1964 में सीपीआई में विभाजित होने के बाद, वह भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) में शामिल हुए।
मुख्यमंत्री
1964 में दशरथ देब ने त्रिपुरा राज्य उपजती गणमुक्ति परिषद, सीपीआई (एम) के एक ललाट संगठन की स्थापना की। 1978 में वह पहली बार रामचंद्रघाट विधानसभा क्षेत्र से त्रिपुरा विधानसभा में निर्वाचित हुए और पहली वाम मोर्चा सरकार में शिक्षा मंत्री बने। वह 1983-1988 से दूसरी वाम मोर्चा सरकार में उपमुख्य मंत्री थे। 1988 में सीपीआई (एम) की राज्य इकाई के सचिव बने। 10 अप्रैल, 1993 को वह तीसरे वाम मोर्चा सरकार के मुख्यमंत्री बने। वह 11 मार्च, 1998 तक कार्यालय में थे।
मृत्यु
14 अक्टूबर, 1998 में दशरथ देब की मृत्यु हो गई।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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क्रमांक | राज्य | मुख्यमंत्री | तस्वीर | पार्टी | पदभार ग्रहण |