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तैलवाह नदी के उद्गम का उल्लेख कई जगह आता है। एक ही नाम की अलग-अलग जगह पर कई नदियाँ है जो इस प्रकार है:-
 
तैलवाह नदी के उद्गम का उल्लेख कई जगह आता है। एक ही नाम की अलग-अलग जगह पर कई नदियाँ है जो इस प्रकार है:-
#सेरीवनिज जातक में उल्लिखित तैलवाह नदी का अभिज्ञान तैलंगिरि नामक नदी से किया गया है।<ref>देखें:- डा. भंडारकर-इंडियन एंटिक्वेरी 1918, पृष्ठ 71</ref>  इस जातक के अनुसार [[अंधपुर]] नामक नगर तैलवाह के तट पर बसा था। डॉ. भंडारकर के मतानुसार में अंधपुर [[आंध्र प्रदेश]] का मुख्य नगर था। रायचौधरी के मत में तैलवाह नदी वर्तमान [[तुंगभद्रा नदी]]-[[कृष्णा नदी]] की संयुक्त धारा का प्राचीन नाम है और अंधपुर की स्थिति बेजवाड़ा के स्थान पर रही होगी।<ref>देखें रायचौधरी-हिस्ट्री ऑव एंशेट इंडिया, पृष्ठ 78 </ref>
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#सेरीवनिज जातक में उल्लिखित तैलवाह नदी का अभिज्ञान तैलंगिरि नामक नदी से किया गया है।<ref>देखें:- डॉ. भंडारकर-इंडियन एंटिक्वेरी 1918, पृष्ठ 71</ref>  इस जातक के अनुसार [[अंधपुर]] नामक नगर तैलवाह के तट पर बसा था। डॉ. भंडारकर के मतानुसार में अंधपुर [[आंध्र प्रदेश]] का मुख्य नगर था। रायचौधरी के मत में तैलवाह नदी वर्तमान [[तुंगभद्रा नदी]]-[[कृष्णा नदी]] की संयुक्त धारा का प्राचीन नाम है और अंधपुर की स्थिति बेजवाड़ा के स्थान पर रही होगी।<ref>देखें रायचौधरी-हिस्ट्री ऑव एंशेट इंडिया, पृष्ठ 78 </ref>
 
#तैलवाह नदी ([[बिहार]]) [[सोनपुर]] के निकट बहने वाली एक नदी। सुवर्णमेरु शिवमंदिर इसी नदी के तट पर अवस्थित है।
 
#तैलवाह नदी ([[बिहार]]) [[सोनपुर]] के निकट बहने वाली एक नदी। सुवर्णमेरु शिवमंदिर इसी नदी के तट पर अवस्थित है।
 
#तैलवाह नदी [[लुंबिनी]] के निकट एक छोटी नदी है, जिसका उल्लेख [[युवानच्वांग]] ने किया है।  
 
#तैलवाह नदी [[लुंबिनी]] के निकट एक छोटी नदी है, जिसका उल्लेख [[युवानच्वांग]] ने किया है।  

10:04, 4 फ़रवरी 2021 के समय का अवतरण

तैलवाह नदी के उद्गम का उल्लेख कई जगह आता है। एक ही नाम की अलग-अलग जगह पर कई नदियाँ है जो इस प्रकार है:-

  1. सेरीवनिज जातक में उल्लिखित तैलवाह नदी का अभिज्ञान तैलंगिरि नामक नदी से किया गया है।[1] इस जातक के अनुसार अंधपुर नामक नगर तैलवाह के तट पर बसा था। डॉ. भंडारकर के मतानुसार में अंधपुर आंध्र प्रदेश का मुख्य नगर था। रायचौधरी के मत में तैलवाह नदी वर्तमान तुंगभद्रा नदी-कृष्णा नदी की संयुक्त धारा का प्राचीन नाम है और अंधपुर की स्थिति बेजवाड़ा के स्थान पर रही होगी।[2]
  2. तैलवाह नदी (बिहार) सोनपुर के निकट बहने वाली एक नदी। सुवर्णमेरु शिवमंदिर इसी नदी के तट पर अवस्थित है।
  3. तैलवाह नदी लुंबिनी के निकट एक छोटी नदी है, जिसका उल्लेख युवानच्वांग ने किया है।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. देखें:- डॉ. भंडारकर-इंडियन एंटिक्वेरी 1918, पृष्ठ 71
  2. देखें रायचौधरी-हिस्ट्री ऑव एंशेट इंडिया, पृष्ठ 78

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