एक्स्प्रेशन त्रुटि: अनपेक्षित उद्गार चिन्ह "०"।

"बिजावर" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
छो (Text replace - "<references/>" to "<references/> *पुस्तक- ऐतिहासिक स्थानावली, लेखक-विजयेन्द्र कुमार माथुर, प्रकाशन- राजस्थान ग्)
छो (Text replacement - "पश्चात " to "पश्चात् ")
 
(इसी सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया)
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
 
'''बिजावर''' [[बुंदेलखंड]], [[उत्तर प्रदेश]] का एक ऐतिहासिक ग्राम था। यह माना जाता है कि बिजावर ग्राम को विजय सिंह नाम के एक [[गोंड]] सामंत ने बसाया था।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=ऐतिहासिक स्थानावली|लेखक=विजयेन्द्र कुमार माथुर|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर|संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या=628|url=}}</ref>
 
'''बिजावर''' [[बुंदेलखंड]], [[उत्तर प्रदेश]] का एक ऐतिहासिक ग्राम था। यह माना जाता है कि बिजावर ग्राम को विजय सिंह नाम के एक [[गोंड]] सामंत ने बसाया था।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=ऐतिहासिक स्थानावली|लेखक=विजयेन्द्र कुमार माथुर|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर|संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या=628|url=}}</ref>
  
*विजय सिंह गढ़मंडला नरेश [[संग्राम सिंह]] की सेवा में नियुक्त था। उसके पश्चात यह स्थान [[बुंदेला]] महाराज [[छत्रसाल]] के अधिकार में आ गया और तत्पश्चात उनके उत्तराधिकारी जगतसिंह को उनके अंश के रूप में मिला।
+
*विजय सिंह गढ़मंडला नरेश [[संग्राम सिंह]] की सेवा में नियुक्त था। उसके पश्चात् यह स्थान [[बुंदेला]] महाराज [[छत्रसाल]] के अधिकार में आ गया और तत्पश्चात् उनके उत्तराधिकारी जगतसिंह को उनके अंश के रूप में मिला।
 
*बिजावर [[1947]] तक बुंदेलखंड की प्रख्यात रियासत हुआ करती थी।
 
*बिजावर [[1947]] तक बुंदेलखंड की प्रख्यात रियासत हुआ करती थी।
  
पंक्ति 7: पंक्ति 7:
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
<references/>
 
<references/>
*पुस्तक- ऐतिहासिक स्थानावली, लेखक-विजयेन्द्र कुमार माथुर, प्रकाशन- राजस्थान ग्रंथ अकादमी जयपुर
+
*ऐतिहासिक स्थानावली | विजयेन्द्र कुमार माथुर |  वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग | मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार
  
 
==संबंधित लेख==
 
==संबंधित लेख==

07:50, 23 जून 2017 के समय का अवतरण

बिजावर बुंदेलखंड, उत्तर प्रदेश का एक ऐतिहासिक ग्राम था। यह माना जाता है कि बिजावर ग्राम को विजय सिंह नाम के एक गोंड सामंत ने बसाया था।[1]

  • विजय सिंह गढ़मंडला नरेश संग्राम सिंह की सेवा में नियुक्त था। उसके पश्चात् यह स्थान बुंदेला महाराज छत्रसाल के अधिकार में आ गया और तत्पश्चात् उनके उत्तराधिकारी जगतसिंह को उनके अंश के रूप में मिला।
  • बिजावर 1947 तक बुंदेलखंड की प्रख्यात रियासत हुआ करती थी।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |पृष्ठ संख्या: 628 |
  • ऐतिहासिक स्थानावली | विजयेन्द्र कुमार माथुर | वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग | मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार

संबंधित लेख