"प्रयोग:माधवी 2" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
पंक्ति 21: पंक्ति 21:
 
|कार्य काल=
 
|कार्य काल=
 
|विद्यालय=पंजाब यूनिवर्सिटी
 
|विद्यालय=पंजाब यूनिवर्सिटी
|शिक्षा=स्नातक,
+
|शिक्षा=स्नातक
 
|पुरस्कार-उपाधि=
 
|पुरस्कार-उपाधि=
 
|विशेष योगदान=
 
|विशेष योगदान=
पंक्ति 29: पंक्ति 29:
 
|शीर्षक 2=
 
|शीर्षक 2=
 
|पाठ 2=
 
|पाठ 2=
|अन्य जानकारी=सरदुल सिंह को स्वाधीनता आन्दोलन में भागेदारी के कारण नौ बार जेल की सलाखों के पीछे भेजा गया।
+
|अन्य जानकारी=सरदुल सिंह को स्वाधीनता आन्दोलन में भागेदारी के कारण नौ बार जेल गये।
 
|बाहरी कड़ियाँ=
 
|बाहरी कड़ियाँ=
 
|अद्यतन=04:31, 02 अप्रैल-2017 (IST)
 
|अद्यतन=04:31, 02 अप्रैल-2017 (IST)
पंक्ति 35: पंक्ति 35:
 
'''सरदुल सिंह कविशेर''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Sardul Singh Kavishar'', जन्म- [[1866]], [[अमृतसर]], [[पंजाब]]; मृत्यु- [[1963]]) [[भारत]] के सुप्रसिद्ध राष्ट्रभक्त एवं क्रांतिकारी थे।<ref>{{cite web |url=http://www.kranti1857.org/panjab%20krantikari.php#Sardul%20Singh%20Caveesher|title=सरदुल सिंह कविशेर|accessmonthday=2 अप्रैल|accessyear=2017 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=क्रांति 1857|language= हिंदी}}</ref>
 
'''सरदुल सिंह कविशेर''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Sardul Singh Kavishar'', जन्म- [[1866]], [[अमृतसर]], [[पंजाब]]; मृत्यु- [[1963]]) [[भारत]] के सुप्रसिद्ध राष्ट्रभक्त एवं क्रांतिकारी थे।<ref>{{cite web |url=http://www.kranti1857.org/panjab%20krantikari.php#Sardul%20Singh%20Caveesher|title=सरदुल सिंह कविशेर|accessmonthday=2 अप्रैल|accessyear=2017 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=क्रांति 1857|language= हिंदी}}</ref>
 
==परिचय==
 
==परिचय==
सरदुल सिंह कविशेर का जन्म 1866 को अमृतसर में हुआ था। सन 1909 में उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से स्नातक की डिग्री प्राप्त की। वे संसार के धर्मों में तुलनात्मक अध्ययन में जुटे हुए थे किन्तु उन्हें [[असहयोग आन्दोलन]] में भागीदारी के कारण गिरफ्तार कर लिया गया। सरदुल सिंह को स्वाधीनता आन्दोलन में भागेदारी के कारण नौ बार जेल की सलाखों के पीछे भेजा गया।
+
सरदुल सिंह कविशेर का जन्म 1866 को अमृतसर में हुआ था। सन [[1909]] में उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से स्नातक की डिग्री प्राप्त की। वे संसार के धर्मों में तुलनात्मक अध्ययन में जुटे हुए थे किन्तु उन्हें [[असहयोग आन्दोलन]] में भागीदारी के कारण गिरफ्तार कर लिया गया। सरदुल सिंह को स्वाधीनता आन्दोलन में भागेदारी के कारण नौ बार जेल गये।
 
==कांग्रेस संगठन==
 
==कांग्रेस संगठन==
सरदुल सिंह का कांग्रेस संगठन में महत्वपूर्ण स्थान था। सन [[1920]] में उन्हें [[कांग्रेस]] की [[पंजाब]] प्रान्तीय का अध्यक्ष चुना गया। सन [[1928]] में उन्हें कांग्रेस की कार्यकारिणी समिति के सदस्य के रूप में चुना गया।
+
सरदुल सिंह का कांग्रेस संगठन में महत्वपूर्ण स्थान था। सन [[1920]] में उन्हें [[कांग्रेस]] की [[पंजाब]] प्रान्त का अध्यक्ष चुना गया। सन [[1928]] में उन्हें कांग्रेस की कार्यकारिणी समिति के सदस्य के रूप में चुना गया। [[सुभाष चन्द्र बोस]] का कांग्रेस के साथ मतभेद होने के दौरान सरदुल सिंह कविशेर ने सुभाष का पक्ष लिया। सन [[1939]] में उन्हें सुभाषचन्द्र बोस द्वारा स्थापित 'फारवर्ड ब्लॉक' का अध्यक्ष बनाया गया। सरदुल सिंह एक प्रवीण रचनाकार थे।
==सुभाष चन्द्र बोस==
 
[[सुभाष चन्द्र बोस]] का कांग्रेस के साथ मतभेद होने के दौरान सरदुल सिंह कविशेर ने सुभाष का पक्ष लिया। सन [[1939]] में उन्हें सुभाषचन्द्र बोस द्वारा स्थापित फारवर्ड ब्लॉक का अध्यक्ष बनाया गया। सरदुल सिंह एक प्रवीण रचनाकार थे।
 
 
==मृत्यु==
 
==मृत्यु==
 
सरदुल सिंह कविशेर का निधन [[1963]] में हो गया।
 
सरदुल सिंह कविशेर का निधन [[1963]] में हो गया।

11:41, 19 अप्रैल 2017 का अवतरण

माधवी 2
सरदुल सिंह कविशेर
पूरा नाम सरदुल सिंह कविशेर
जन्म 1866
जन्म भूमि अमृतसर, पंजाब
मृत्यु 1963
नागरिकता भारतीय
विद्यालय पंजाब यूनिवर्सिटी
शिक्षा स्नातक
संबंधित लेख असहयोग आन्दोलन, सुभाष चन्द्र बोस
अन्य जानकारी सरदुल सिंह को स्वाधीनता आन्दोलन में भागेदारी के कारण नौ बार जेल गये।
अद्यतन‎ 04:31, 02 अप्रैल-2017 (IST)

सरदुल सिंह कविशेर (अंग्रेज़ी: Sardul Singh Kavishar, जन्म- 1866, अमृतसर, पंजाब; मृत्यु- 1963) भारत के सुप्रसिद्ध राष्ट्रभक्त एवं क्रांतिकारी थे।[1]

परिचय

सरदुल सिंह कविशेर का जन्म 1866 को अमृतसर में हुआ था। सन 1909 में उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से स्नातक की डिग्री प्राप्त की। वे संसार के धर्मों में तुलनात्मक अध्ययन में जुटे हुए थे किन्तु उन्हें असहयोग आन्दोलन में भागीदारी के कारण गिरफ्तार कर लिया गया। सरदुल सिंह को स्वाधीनता आन्दोलन में भागेदारी के कारण नौ बार जेल गये।

कांग्रेस संगठन

सरदुल सिंह का कांग्रेस संगठन में महत्वपूर्ण स्थान था। सन 1920 में उन्हें कांग्रेस की पंजाब प्रान्त का अध्यक्ष चुना गया। सन 1928 में उन्हें कांग्रेस की कार्यकारिणी समिति के सदस्य के रूप में चुना गया। सुभाष चन्द्र बोस का कांग्रेस के साथ मतभेद होने के दौरान सरदुल सिंह कविशेर ने सुभाष का पक्ष लिया। सन 1939 में उन्हें सुभाषचन्द्र बोस द्वारा स्थापित 'फारवर्ड ब्लॉक' का अध्यक्ष बनाया गया। सरदुल सिंह एक प्रवीण रचनाकार थे।

मृत्यु

सरदुल सिंह कविशेर का निधन 1963 में हो गया।

पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. सरदुल सिंह कविशेर (हिंदी) क्रांति 1857। अभिगमन तिथि: 2 अप्रैल, 2017।

संबंधित लेख